मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण अभियान में पारदर्शिता और शुद्धता पर रहेगा जोर
दतिया - भारत निर्वाचन आयोग द्वारा देशभर में मतदाता सूचियों को अद्यतन, त्रुटि रहित और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के तहत दतिया जिले में भी प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान के द्वितीय चरण की शुरुआत 28 अक्टूबर 2025 से हो चुकी है, जो आगामी 7 फरवरी 2026 तक निरंतर जारी रहेगी।निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में जिला कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी स्वप्निल वानखडे द्वारा जिले की सभी तीनों विधानसभाओं — दतिया, भांडेर और सेवढ़ा — में बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) को विशेष प्रशिक्षण देने के निर्देश जारी किए गए थे। इसी क्रम में शनिवार को दतिया विधानसभा क्षेत्र के सभी बी.एल.ओ. का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्यक्रम का आयोजन सहायक रिटर्निंग ऑफिसर एवं अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) दतिया के मार्गदर्शन में किया गया। प्रशिक्षण सत्र में बी.एल.ओ. को मतदाता सूची से संबंधित विभिन्न प्रक्रियाओं की बारीक जानकारी दी गई, प्रशिक्षण में मुख्य बिंदु,मतदाता सूची को समय-समय पर अपडेट करने की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई।नए मतदाताओं के नाम जोड़ने, मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाने तथा सुधार प्रविष्टियों की विधि समझाई गई,गणना प्रपत्र (Enumeration Form) भरने के सही तरीके की जानकारी दी गई।मतदाता सूची की शुद्धता बनाए रखने हेतु आवश्यक सावधानियाँ और दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया पर विशेष बल दिया गया।ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से फॉर्म भरने तथा डेटा एंट्री के तकनीकी पहलुओं पर भी प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर संबंधित नायब तहसीलदार, पंचायत सचिव, सुपरवाइजर एवं निर्वाचन शाखा के कर्मचारी उपस्थित रहे। प्रशिक्षण के दौरान बी.एल.ओ. से अपेक्षा की गई कि वे अपने-अपने मतदान केंद्रों पर घर-घर जाकर मतदाता सूची के सत्यापन कार्य में पूरी निष्ठा और पारदर्शिता से कार्य करें,अनुविभागीय अधिकारी तिवारी ने कहा कि निर्वाचन आयोग का यह अभियान लोकतंत्र की बुनियाद को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बी.एल.ओ. इस अभियान की रीढ़ हैं, जिनके समर्पण और सटीक कार्य से ही मतदाता सूची की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकती है।प्रशिक्षण के अंत में अधिकारियों ने बी.एल.ओ. से यह भी आग्रह किया कि वे जनजागरूकता के माध्यम से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी पात्र नागरिकों को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित करें ताकि कोई भी योग्य मतदाता मताधिकार से वंचित न रह जाए। यह विशेष पुनरीक्षण अभियान 7 फरवरी 2026 तक चलेगा, जिसमें 1 जनवरी 2026 की स्थिति को आधार तिथि माना गया है।l
रिपोर्टर - नितिन कुमार दांतरे
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