Deepfake पर डेनमार्क का सख्त कानून — अब नकली वीडियो का खेल बंद!

आजकल AI की मदद से वीडियो और आवाज़ को नकली बनाया जाना यानी Deepfake तेजी से बढ़ रहा है। ये तकनीक इतनी खतरनाक है कि लोग इसका गलत इस्तेमाल करके दूसरों की छवि खराब कर रहे हैं, झूठ फैला रहे हैं और समाज में अफरातफरी मचा रहे हैं।

अब डेनमार्क सरकार ने कड़ा फैसला लिया है — वो दुनिया का पहला देश होगा जो Deepfake को रोकने के लिए बहुत सख्त कानून बनाएगा। इस कानून के तहत बिना इजाजत किसी की आवाज़ या तस्वीर का नकली इस्तेमाल करना मना होगा और इसका खुलासा होने पर सख्त सजा मिलेगी।

Deepfake क्या है?
Deepfake एक ऐसी तकनीक है जो AI और मशीन लर्निंग से असली वीडियो या आवाज़ को इस तरह बदल देती है कि नकली वीडियो सच जैसा दिखने लगता है। मतलब, आप देखेंगे तो लगेगा कोई सच बोल रहा है, पर वो पूरी तरह झूठ होता है।

कैसे बनता है Deepfake?
Encoder: असली वीडियो देखकर चेहरे की हर हरकत और आवाज़ की नकल बनाता है।

Decoder: उस नकल को दूसरे वीडियो या ऑडियो में चिपका देता है, जिससे नकली वीडियो बिल्कुल असली दिखने लगे।

क्या खतरे हैं Deepfake के?
चुनावों में फर्जी वीडियो से जनता को गुमराह करना

किसी की इज्जत खराब करने के लिए झूठे अश्लील वीडियो बनाना

झूठी खबरें फैलाकर दंगे-फसाद कराना

साइबर ठगी और पहचान चोरी में मदद करना

हम कैसे बचें?
कोई भी शॉकिंग वीडियो तुरंत शेयर न करें

वीडियो का स्रोत चेक करें, शक हो तो Google पर जांचें

सोशल मीडिया पर संदिग्ध वीडियो रिपोर्ट करें

बिना पूरी जानकारी के किसी बात पर भरोसा न करें

Deepfake का भविष्य
AI के साथ Deepfake और भी तेज और खतरनाक होगा। इसलिए सरकारों को इसके खिलाफ कड़े नियम बनाने होंगे। साथ ही हमें भी सतर्क रहना होगा।

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.