दिल्ली रेलवे स्टेशन पर महाकुम्भ जा रहे यात्रियों में भगदड़,18 की मौत
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Adarsh Kanoujia
शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रात करीब 8.45 बजे भगदड़ मच जाने से 18 लोगों की मौत हो गई इसमें 14 महिलाएं 3 बच्चें शामिल है। वहीं 34 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। घायलों को आर एल एम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हॉस्पिटल स्टाफ के मुताबिक मृतकों के सीने और पेट पर चोट के निशान है, इनकी मृत्यु दम घुटने की वजह से हुई है।
कैसे हुआ हादसा-
हादसा प्लैटफॉर्म नंबर 13 से 16 के बीच हुआ। सूत्रों के मुताबिक प्रयागराज में महाकुंभ जाने के लिए शाम 4 बजे से भीड़ इकठ्ठा होना शुरू हो गई थी। प्रयागराज जाने वाली प्रयागराज स्पेशल ट्रेन, भुवनेश्वर राजधानी और स्वतंत्र सेनानी एक्सप्रेस का इंतजार यात्री प्लैटफार्म -14 पर कर रहे थे। इनमें से भुवनेश्वर राजधानी और स्वतंत्र सेनानी एक्सप्रेस लेट थी। जब प्रयागराज स्पेशल ट्रेन प्लैटफार्म -14 पर पहुंची तो उसी समय एनाउंस हुआ कि भुवनेश्वर राजधानी प्लैटफार्म -16 पर आ रही है यह सुनते ही भीड़ प्लैटफार्म -16 की ओर भागी। चश्मदीद के मुताबिक, गाड़ी का प्लेटफॉर्म 14 से 16 नंबर बदला गया इससे भगदड़ मची।
हादसे की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। इसमें उत्तर रेलवे के दो अधिकारियों नरसिंह देव और पंकज गंगवार को शामिल किया गया है। कमेटी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सभी CCTV वीडियो फुटेज को सुरक्षित करने का आदेश दिया है।
भगदड़ में मरने वाले बिहार के 9, दिल्ली के 8, हरियाणा से 1
1.आहा देवी(79), बिहार
2.पिंकी देवी(41) ,दिल्ली
3. शीला देवी(50), दिल्ली
4.व्योम(25), दिल्ली
5.पूनम देवी(40), दिल्ली
6. ललिता देवी(35),बिहार
7.सुरूची(11),बिहार
8.कृष्णा देवी(40),बिहार
9. विजय साह(15),बिहार
10.नीरज(12) ,बिहार
11.शांति देवी(40),बिहार
12.पूजा कुमार(8),बिहार
13संगीता मलिक(34), दिल्ली
14पूनम(34), दिल्ली
15.ममता झां(40), दिल्ली
16.रिया सिंह(7), दिल्ली
17.बेबी कुमारी(24), दिल्ली
18.मनोज(47), दिल्ली
घटना के कारण-
1.कई लोग टिकट काउंटर पर थे। इनमें 90% प्रयागराज जाने वाले थे। अचानक ट्रेन आने का अनाउंसमेंट हुआ तो लोग बिना टिकट प्लेटफार्म की तरफ भागे। इससे भगदड़ मची।
2.प्रयागराज स्पेशल ट्रेन, भुवनेश्वर राजधानी और स्वतंत्रता सेनानी एक्स. तीनों ही प्रयागराज जाने वाले थीं। दो ट्रेनें भुवनेश्वर राजधानी और स्वतंत्रता सेनानी लेट थीं। इन तीनों ट्रेनों की भीड़ प्लेटफॉर्म-14 पर थी। जब प्रयागराज स्पेशल ट्रेन यहां पहुंची, तभी अनाउंस हुआ कि भुवनेश्वर राजधानी प्लेटफॉर्म नं. 16 पर आ रही है। सुनते ही 14 पर मौजूद भीड़ 16 की तरफ भागी।
3.दो वीकेंड से कुंभ जाने वालों की भीड़ हो रही थी, पर स्टेशन प्रशासन ने कोई कंट्रोल रूम नहीं बनाया। शनिवार को भी शाम 7 बजे से भीड़ बढ़ने लगी थी, पर किसी ने ध्यान नहीं दिया
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान-
प्रयागराज जा रहे प्रमोद चौरसिया बताया कि मेरे पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के स्लीपर का टिकट था। लेकिन इतनी भीड़ थी कि कन्फर्म टिकट वाले भी डिब्बे में नहीं घुस पा रहे थे। वहां इतनी धक्का-मुक्की थी कि हम जैसे-तैसे भीड़ से बाहर निकल सके।
प्रत्यक्षदर्शी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि मैं भी प्रयागराज जा रहा था। दो ट्रेनें पहले से ही देरी से चल रही थीं, कुछ रद्द कर दी गई थीं। इसलिए स्टेशन पर बेतहाशा भीड़ थी। मैंने जिंदगी में पहली बार इस स्टेशन पर इतनी भीड़ देखी। मैंने खुद छह-सात महिलाओं को स्ट्रेचर पर ले जाते हुए देखा।
लालू का बयान -फालतू का है कुम्भ
पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री और RJD चीफ लालू प्रसाद यादव ने कहा, "यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। यह रेलवे का मिसमैनेजमेंट है जिसके कारण इतने सारे लोगों की जान चली गई। रेल मंत्री को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। 'कुंभ का क्या मतलब है। फालतू है कुंभ'।
रेल मंत्रालय ने मुआवजे का ऐलान किया-
दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ को लेकर रेल मंत्रालय ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 2.5 लाख रुपये और मामूली चोटों वाले लोगों के लिए 1 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है।
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