देव दीपावली पर दीप जलाने का महत्व और शुभ मुहूर्त ,जाने
देव दीपावली हिंदू धर्म में दिवाली के बाद मनाने वाला रोशनी का त्यौहार हैं.वही हिंदू धर्म में दिनों और तिथियों का विशेष महत्व माना गया हैं.हिंदू पंचांग के अनुसार देव दीपावली कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन पर मनाई जाती हैं. मान्यता के अनुसार भगवान शिव देव दिवाली के दिन पृथ्वी पर आते हैं.इसलिए भक्त दीप जलाकर भगवान विष्णु का स्वागत करते हैं.देव दिवाली के दिन लोग दीपदान करते हैं,और गंगा के किनारे दीप प्रज्वलित कर भगवान शिव के प्रति अपनी आस्था प्रकट करते हैं.
दीप जलाने का महत्व
देव दीपावली हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार हैं, जो भगवान शिव की जीत और अज्ञान के ऊपर ज्ञान की विजय का प्रतीक हैं.देव दीपावली पर दीप जलाने का विशेष महत्व हैं.यह प्रकाश और ज्ञान का प्रतीक हैं, जो अज्ञान और अंधकार को हटाता हैं. दीप जलाना भगवान शिव की पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो आत्मशुद्धि और आत्मज्ञान के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. इसके अलावा, दीप जलाना सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता हैं और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता हैं, जिससे घर और परिवार में शांति और सुख का वातावरण बना रहता हैं.
पौराणिक कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, त्रिपुरासुर नामक एक शक्तिशाली राक्षस था, जिसने अपनी शक्ति के बल पर तीनों लोकों पर अधिकार कर लिया था. तभी देवताओं ने भगवान शिव से मदद मांगी थी , जिन्होंने त्रिपुरासुर को मारकर तीनों लोकों को अज्ञान और अंधकार से मुक्त किया था .इस जीत के उपलक्ष्य में, देवताओं ने भगवान शिव की पूजा की और दीप जलाकर उनकी विजय का जश्न मनाया था . तब से, देव दीपावली का त्योहार भगवान शिव की जीत का प्रतीक बन गया है.जिस लिए हर वर्ष देव दीपावली का त्योहार बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता हैं.
देव दीपावली कब?
हिंदू पंचांग के अनुसार,देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा की तिथि 15 नवंबर की सुबह 6 बजकर 19 मिनट पर शुरू होगी. वहीं, कार्तिक पूर्णिमा तिथि का समापन 16 नवंबर को देर रात 2 बजकर 58 मिनट पर होगा. हिंदू धर्म में उदया तिथि का महत्व हैं. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, 15 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी.
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