एक पहाड़ी पर 77 मंदिर देखे हैं कभी? यहां नहीं गए तो कहीं नहीं गए ...
भारत में जैन समाज का अपना खास महत्व है . जैन धर्म भारत की श्रमण परम्परा से निकला प्राचीन धर्म और दर्शन है. इस धर्म के करोड़ो अनुयाई है जो इस धर्म को मानते हैं , पूजते हैं . देश में हजारों जैन मंदिर हैं जो अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्ध हैं .. लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ जैन मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध हैं जैसे जैन तीर्थ सोनागिर...सोनागिर में एक ही पहाड़ी पर 77 मंदिर है .....
ये तस्वीर ग्वालियर से करीब 60 किमी दूर दतिया जिले में स्थित अंचल के सबसे बड़े जैन तीर्थ सोनागिर की है.....यहां एक ही पहाड़ी पर 9वीं और 10वीं शताब्दी के 77 मंदिर हैं...बारिश में जब पहाड़ी हरियाली ओढ़ती है तो संगमरमर के मंदिरों के शिखर मोती जैसे दमक उठते हैं , और यहां का नजारा देखने लायक लगता है .
सोनागिर ऐसा पहला तीर्थ है, जहां पहाड़ी पर 77 और गांव में 26 जैन मंदिर हैं..ऐसा आपको पूरे देश में कहीं भी देखने को नहीं मिलेगा .. मान्यता है कि यहां साढ़े पांच करोड़ मुनिराजों-संतों ने मोक्ष को प्राप्त किया है..यहां अनंग कुमार ने मोक्ष प्राप्त करके जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति पाई थी....
सोनागिरी पहाड़ी पर बने मंदिरों का निर्माणकाल नौवीं और दसवीं सदी का है. इन मंदिरों के कारण सोनागिरी की प्राकृतिक छटा अद्भुत दिखती है. यहां के मनोरम दृश्यों को पर्यटक घंटों तक मंत्रमुग्ध होकर निहारते रहते हैं.
जैन संस्कृति का प्रतीक यह क्षेत्र वास्तव में विंध्य भूमि का गौरव है। सोनागिरि, जिसका प्राचीन नाम श्रमणगिरि या स्वर्णगिरि है, बहुत ही सुंदर एवं मनोरम पहाड़ी है।
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