सूर्य देव की पूजा से , मिलेगा सुख समृधि का आशीर्वाद...

वैसे तो हिन्दू धर्म में प्रतिक दिन किसी - न -किसी देवी - देवतओं को समर्पित किया गया हैं.. ऐसे ही रविवर का दिन सूर्य देव को समर्पित हैं.. अगर इस दिन सूर्य देव की पूजा करने और उन्हें जल चढ़ाने से सूर्य देव की खास कृपा बनी रहेती हैं..
हिंदू धर्म में सूर्य को न केवल देवता माना जाता है बल्कि वे नौ ग्रहों के अधिपति भी माने जाते हैं। व्यक्ति पर सूर्य देव की कृपा हो तो, व्यक्ति को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। कुंडली में सूर्य मजबूत होने पर जीवन में सुख, संपत्ति और यश की प्राप्ति होती है।वही माना जाता हैं, की पौराणिक काल से ही सूर्य को देवता का दर्जा प्राप्त है. पंचदेवों में सूर्य ही एकमात्र ऐसे देवता हैं जो प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देते हैं. कहते हैं जो रोज सूर्य देवता को जल चढ़ाते हैं उन्हें यश-पुण्य, सुख-सौभाग्य और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है. हिंदू धर्म में व्रत का शुभारंभ भी सूर्योदय से ही मान्य होता है. सूर्य देव को जल चढ़ानें का एक नियमित समय हैं. तभी ये व्रत सफल होता हैं. आज हम आप को बताएगे..क्या हैं विधि सूर्य देव की पूजा करने की और कौन से दिन करे व्रत... आए जानते हैं...
सूर्य देव पूजा विधि...
प्रातकाल में उठकर स्नान करके. इसके बद उगते हुए सूर्य के दर्शन करे और जल अर्पित करके. जल अर्पित करते समय ॐ घृणि सूर्याय नम: मंत्र का जाप करे. सूर्य को दिये जाने वाले जल में लाल चन्दन , फूल , अक्षत , मिश्री और काला तील मिला कर जल दे .ऐसे करने से सूर्य देव की कृपा आप पर बनी रहेती हैं. पूजा करने के लिए ताम्बे की थाली और लोटे का इस्तमाल शुभ माना जाता हैं पूजा में लाल चन्दन , अक्षत और फूल का इस्तमाल जरुर करे. साथ ही लोटे में जल लेकर उसमें एक चुकती लाल चन्दन ,फूल और अक्षत डाले . एक थाली में दीपक और जल का लोटा रख लें. सूर्य को प्रणाम करके जल अर्पित करें...
किस दिन करें व्रत..
रविवार को सूर्य देव का व्रत किया जाता हैं. प्रातकाल में उठकर स्नान करके. साफ़ सुथरे कपड़े पहनकर. सूर्य देव का दर्शन करे और जल अर्पित करें. एक थाली में फूल ,अक्षत, रोली , गौर , दीपक रख लें. इसके बाद सूर्य देव की कथा पढ़े. और हवन करें. ऐसा करने से भगवान सूर्य देव का आशीर्वाद मिलता हैं. और आपके सभी कार्य संपन्न होने लगते हैं.....
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