रात में कुत्तों के रोने का कारण.

RATNA
आपने रात में कुत्ते को रोते हुए सुना होगा. कुत्ते के रोने को अशुभ माना जाता है. रात में कुत्ते रोने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसमें अकेलापन, उम्र बढ़ना , भूख जैसे कई कारण शामिल है. कुत्ते का रोना उनके लिए संवाद करने का एक तरीका है. अगर कोई कुत्ता अपने मालिक या परिवार से अलग हो जाए, तो वह अकेलापन महसूस करता है और रात में रोने लगता है. वहीं अगर कुत्ते की उम्र बढ़ने लगती है तो ऐसे में कुत्ते कमज़ोर होते जाते हैं और खुद को अकेलापन महसूस करते हैं. इस वजह से वे उदास रहते हैं और रात में रोते हैं. इसके अलावा अगर कुत्ते को चोट लग जाए या किसी तरह की परेशानी हो तो मन ह्जता है की वो अपने साथियों को बताने के लिए रोता है. कई बार कुत्ते भूखे रहने की वजह से भी रोते है.
वहीं अंधविश्वास और लोक मान्यताओं की मानें तो कुछ लोगों का मानना है कि कुत्ते आत्माओं को देख सकते हैं. इसीलिए जब भी रात में वो किसी भूत को देखते हैं, तो भौंकने लगते हैं. लेकिन वैज्ञानिक इन बातों पर भरोसा नहीं करते हैं. उनका मानना है कि कुत्तों का रात को भौंकना, इंसानों को अपनी ओर आकर्षित करने का एक तरीका है. वहीं ये भी कहा जाता है कि कई बार कुत्ते जब अपना इलाका छोड़ कर किसी नए इलाके में आते है , तो नए इलाके भटक जाते हैं . ऐसे में वो भी इंसानों की तरह दुखी होते हैं. इसी दुख में वो रात को रोना शुरू कर देते हैं.
वहीं कुत्ते के रोने को लेकर लोगों में अलग अलग मान्यताएं भी हैं- ऐसा माना जाता है कि रात में सबसे ज़्यादा नकारात्मक ऊर्जाएं होती हैं. जिसका एहसास कुत्तों को हो जाता है और वे रोते हैं. इसके अलावा ऐसा कहा जाता है कि कुत्ते अपनी आंखों से आत्माओं को देख सकते हैं , इस दौरान वो रात में रोने लगते हैं.
दूसरे कुत्तों से संवाद करने के लिए, चिंता या दर्द व्यक्त करने के लिए, सीमाओं का निर्धारण करने के लिए, या तेज़ आवाज़ जैसे पर्यावरणीय ट्रिगर्स पर प्रतिक्रिया करने के लिए । यह व्यवहार गली के कुत्तों में काफी आम है और अक्सर उनके लिए बंधन, मदद माँगने या अपने क्षेत्र की रक्षा करने का एक तरीका होता है।
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