3100 रुपये में धान खरीदी से किसानों को होगा प्रति एकड़ 3906 रुपये का नुकसान — विष्णु लोधी

डोंगरगढ़ - छत्तीसगढ़ लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विष्णु लोधी ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि किसानों की मेहनत का उचित मूल्य सुनिश्चित किया जाए और धान खरीदी 1 नवंबर से आरंभ की जाए।
विष्णु लोधी ने कहा कि पिछले दो वर्षों में धान के समर्थन मूल्य में मात्र 186 रुपये की वृद्धि हुई है। वर्तमान बाजार परिस्थिति और बढ़ी हुई लागत को देखते हुए इस वर्ष धान खरीदी 3286 रुपये प्रति क्विंटल के दर से होनी चाहिए।
लेकिन सरकार द्वारा घोषित 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर किसानों के साथ अन्याय है।
धान खरीदी में किसानों को होगा प्रति एकड़ 3906 रुपये का नुकसान विष्णु लोधी ने कहा कि सरकार 21 क्विंटल प्रति एकड़ की खरीदी करेगी। ऐसे में प्रति क्विंटल 186 रुपये का नुकसान किसानों को होगा। यह नुकसान प्रति एकड़ 3906 रुपये तक पहुंचता है।
राज्यभर में 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी पर इसका कुल असर लगभग 2900 करोड़ रुपये का होगा। यह किसानों की मेहनत पर कुठाराघात है।
पंजीयन में अव्यवस्था और किसानों की उपपेक्षा । विष्णु लोधी ने बताया कि सरकार के अनुसार अब तक 21 लाख किसानों का ही पंजीयन हुआ है, जबकि पिछले वर्ष 28 लाख किसानों ने धान बेचा था।
अर्थात 7 लाख से अधिक किसान अभी भी वंचित हैं।
एग्री-स्टेक पोर्टल की तकनीकी दिक्कतों के कारण पंजीयन अधूरा है। उन्होंने सुझाव दिया कि जिन किसानों का पोर्टल पर पंजीयन नहीं हो पा रहा, उनका पंजीयन सीधे सोसायटी स्तर पर किया जाए।
उन्होंने कहा कि सरकार यदि केवल 25 लाख किसानों से ही धान खरीदेगी तो स्पष्ट है कि उसकी नीयत सबको न्याय देने की नहीं है।
नकली कफ सिरप और दवाइयों का मुद्दा — जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ विष्णु लोधी ने कहा कि प्रदेश में नकली कफ सिरप और दवाइयां खुलेआम बिक रही हैं।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही चरम पर है।
दवाओं में केमिकल जांचने वाली मशीन पिछले दो माह से बंद पड़ी है।
ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री यह कैसे दावा कर सकते हैं कि नकली सिरप नहीं बिक रहा?
उन्होंने चेताया कि यह लापरवाही किसी बड़े जन-स्वास्थ्य संकट का कारण बन सकती है ।बिजली कटौती और मंहगी बिजली से जनता त्रस्त
विष्णु लोधी ने कहा कि राज्य में बिजली की दरें आज तक के सबसे ऊंचे स्तर पर हैं।
बिजली बिल हाफ योजना बंद कर देने से जनता पर आर्थिक बोझ दोगुना हो गया है।
इसके बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में दिनभर 8–9 घंटे तक बिजली कटौती जारी है।
उन्होंने कहा —सरकार की नाकामी, लापरवाही और मुनाफाखोरी ने आम जनता को अंधेरे में धकेल दिया है। किसानों से लेकर छोटे व्यापारियों तक सब परेशान हैं।
जनहित की अपील करते हुए अंत में विष्णु लोधी ने कहा —मैं सरकार से आग्रह करता हूँ कि किसानों की मेहनत का सम्मान करे।
धान खरीदी का समर्थन मूल्य 3286 रुपये प्रति क्विंटल तय किया जाए और खरीदी 1 नवंबर से प्रारंभ हो।
यही प्रदेश के किसानों के साथ न्याय होगा।
रिपोर्टर - महेन्द्र शर्मा
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