बिजली बिलों की बढ़ती मार से किसान और उपभोक्ता त्रस्त-स्मार्ट मीटर बना नई मुसीबत - (विष्णु लोधी)

डोंगरगढ़ : जिले में आम उपभोक्ता और किसान इन दिनों बिजली विभाग की लापरवाही और अव्यवस्था से परेशान हैं। पहले ही बिजली के बढ़े हुए दरों ने जनता की कमर तोड़ रखी है, और अब ऊपर से स्मार्ट मीटर की मार ने लोगों को और अधिक संकट में डाल दिया है।

शिकायतें लगातार मिल रही हैं कि स्मार्ट मीटर वास्तविक खपत से कहीं अधिक यूनिट दिखा रहे हैं। कई उपभोक्ताओं का कहना है कि वे सौर ऊर्जा से अपनी आवश्यकता से अधिक बिजली पैदा कर रहे हैं — जैसे 5 किलोवाट की खपत और 10 किलोवाट का उत्पादन — फिर भी बिजली बिल बचने के बजाय दोगुना आ रहा है। विभाग को लिखित शिकायतें करने के बाद भी अधिकारी और कर्मचारी उस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। न तो दोषपूर्ण मीटर बदले जा रहे हैं और न ही उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी जा रही है।
छत्तीसगढ़ लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विष्णु लोधी ने कहा कि – पहले से बढ़े हुए बिजली दरों ने उपभोक्ताओं की जेब पर भारी बोझ डाल दिया है, और अब खराब स्मार्ट मीटरों ने लोगों को मानसिक रूप से भी परेशान कर दिया है। यह केवल बिजली का नहीं, बल्कि जनता के विश्वास का सवाल है। किसान, मजदूर और आम उपभोक्ता ईमानदारी से बिल चुकाने को तैयार हैं, लेकिन उन्हें गलत बिलों के जरिए लूटना बंद होना चाहिए। सरकार को तत्काल हस्तक्षेप कर राहत देनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि विभागीय उदासीनता अब असहनीय हो चुकी है। जनता को न्याय दिलाने के लिए राज्य सरकार को चाहिए कि —
1 सभी खराब और संदिग्ध स्मार्ट मीटरों की तत्काल जांच कर उन्हें बदला जाए।
2 जिन उपभोक्ताओं को गलत बिल भेजे गए हैं, उनके बिलों की पुनः गणना कर राहत दी जाए।
3 सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाले उपभोक्ताओं को पारदर्शी बिलिंग प्रणाली का लाभ दिया जाए।
4 लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी मनमानी न हो। विष्णु लोधी ने कहा कि अगर सरकार और विभाग ने समय रहते इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दिया, तो यह जनआक्रोश में बदल सकती है।
यह मुद्दा जनहित से जुड़ा है, इसे नजरअंदाज करना लाखों उपभोक्ताओं की आवाज को अनसुना करना होगा। जनता न्याय चाहती है, उपकार नहीं।

रिपोर्टर : महेन्द्र शर्मा

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