LANGUAGE

विशेष राष्ट्रचिंतन व्याख्यान का आयोजन - भारत विकास परिषद,दुर्ग इकाई द्वारा एक सार्थक पहल

दुर्ग : भारत विकास परिषद - दुर्ग इकाई द्वारा 14 जून 2025, शनिवार को सायं 5 बजे से रोमन पार्क, दुर्ग में एक विशेष राष्ट्र‌चिंतन व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता होंगे देश के प्रख्यात राष्ट्रवादी चिंतक, प्रभावशाली वक्ता, लेखक तथा मीडिया विश्लेषक  पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ, जो "वर्तमान भारत के समक्ष चुनौतियाँ एवं समाधानः एक राष्ट्रवादी दृष्टिकोण" विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे आज का भारत एक निर्णायक दौर से गुजर रहा है। एक ओर वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा और भूमिका में अभूतपूर्व वृद्धि हो रही है, वहीं दूसरी ओर देश के सामने आंतरिक सामाजिक, वैचारिक और सांस्कृतिक चुनौतियाँ भी उतनी ही गंभीर हैं। विचारों का ध्रुवीकरण, सामाजिक विद्वेष, मूल्यहीनता, और राष्ट्रहित की प्राथमिकता से विचलित होती सोच - ये सब आधुनिक भारत के समक्ष गंभीर प्रश्न बनकर उभरे हैं।

इन्हीं प्रश्नों पर एक संतुलित, तथ्यपूर्ण और राष्ट्रहित-आधारित विमर्श के उद्देश्य से भारत विकास परिषद दुर्ग इकाई यह व्याख्यान आयोजित कर रही है। इसका मुख्य उद्देश्य केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि नवयुवकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, बुद्धिजीवियों और नीति निर्माताओं के बीच एक सक्रिय संवाद की शुरुआत करना है, जो भारत के भविष्य की दिशा तय करने में सहायक हो सके।
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ  देश के उन चुनिंदा वक्ताओं में हैं, जिन्होंने राष्ट्रवाद, सांस्कृतिक चेतना, इतिहास और समकालीन राजनीति पर वैचारिक स्पष्टता के साथ संवाद की परंपरा को जन-जन तक पहुँचाया है। उन्होंने देश-विदेश के अनेक मंचों से भारत की अस्मिता, गौरव और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को मुखरता से प्रस्तुत किया है।
 कुलश्रेष्ठ  ने बीबीसी लंदन, सहारा समय, जी न्यूज़ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ पत्रकार के रूप में कार्य किया है। अब वे पूर्ण रूप से सामाजिक और वैचारिक जागरण को समर्पित हैं। उनके व्याख्यान युवा वर्ग में विशेष रूप से लोकप्रिय हैं, क्योंकि वे ऐतिहासिक तथ्यों, समसामयिक संदर्भों और विचारों को अत्यंत सहज लेकिन प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करते हैं।इस व्याख्यान का विषय - "वर्तमान भारत के समक्ष चुनौतियाँ एवं समाधानः एक राष्ट्रवादी दृष्टिकोण" आज के संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत को आज जो चुनौतियाँ घेर रही हैं, वे केवल आर्थिक या राजनैतिक नहीं हैं, बल्कि विचारधारा, संस्कृति, पहचान और आत्मबोध से जुड़ी हुई हैं।वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती भूमिका के बावजूद आंतरिक असंतोष, वैचारिक भ्रम और राष्ट्रविरोधी प्रवृत्तियाँ देश के लिए चुनौती बनती जा रही हैं।शिक्षा, मीडिया, न्याय व्यवस्था, धार्मिक सहिष्णुता और राजनीतिक पारदर्शिता जैसे क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है। भारत के युवाओं को सशक्त करने हेतु वैचारिक स्पष्टता, इतिहासबोध और आत्मगौरव का बोध कराना समय की मांग है। पुष्पेंद्र  के व्याख्यान से इन सभी विषयों पर एक स्पष्ट और समर्पित राष्ट्रवादी दृष्टिकोण समाज के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। राष्ट्र और समाज से जुड़े समसामयिक विषयों पर गहन प्रस्तुति वैचारिक मार्गदर्शन, प्रेरणा और सामाजिक प्रतिबद्धता का संदेश प्रबुद्ध नागरिकों, सामाजिक संगठनों, पत्रकारों और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी ,भारत विकास परिषद एक अखिल भारतीय स्वयंसेवी संगठन है, जो राष्ट्र सेवा, सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक जागरण और चरित्र निर्माण के कार्यों में समर्पित है। दुर्ग इकाई ने अपने गठन के बाद से अब तक कई सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक आयोजनों के माध्यम से समाज में जागरूकता का वातावरण तैयार किया है। यह व्याख्यान आयोजन परिषद के उसी मिशन का विस्तार है- "संस्कार, सेवा, समर्पण" की भावना को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना और राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में समाज की भागीदारी सुनिश्चित करना।
उपरोक्त जानकारी अध्यक्ष सी,  ए, सुरेश कोठारी, मीडिया प्रभारी डॉ. श्रीमती लक्ष्मी वर्मा, सचिव तुलसी सोनी, कोषाध्यक्ष सी , ए,हर्ष जैन, डॉ सुधीर हिसिकर, सुबोध पांडे, अजय साहू, सी , ए,मिनेश जैन, गीतांजलि आदि द्वारा दी गई। भारत विकास परिषद दुर्ग शाखा के सभी पदाधिकारी व सदस्यों ने प्रेसवार्ता कर कहा,यह केवल एक व्याख्यान नहीं, बल्कि एक वैचारिक यात्रा है- एक संवाद जो आने वाले भारत की नींव रख सकता है। हम सभी नागरिकों, विशेषकर युवाओं से निवेदन करते हैं कि वे इस कार्यक्रम में सहभागी बनें और एक विचारशील, मजबूत और आत्मगौरव से युक्त भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएँ।

रिपोर्टर : धर्मेंद्र गुप्ता

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.