क्या वाकई में ई-सिगरेट सेहत के लिए कम हानिकारक होती है, जाने इस आर्टिकल में

ई-सिगरेट एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक निकोटिन डिलीवरी सिस्टम  है, जो पारंपरिक सिगरेट की तरह काम करता है, लेकिन इसमें तंबाकू नहीं होता। इसके बजाय, यह एक फ्लेवर और निकोटिन से युक्त जो "ई-लिक्विड" या "ई-जूस" के रूप में जाना जाता है  जिसे उपयोगकर्ता श्वास के द्वारा इनहेल करते हैं। इसे "वापिंग" कहा जाता है, जबकि पारंपरिक सिगरेट में तंबाकू को जलाया जाता है और धुआं उत्पन्न होता है।  ई-सिगरेट  भी सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है. 

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 ई-सिगरेट का हेल्थ पर असर 
ई-सिगरेट्स को पारंपरिक सिगरेट के विकल्प के रूप में पेश किया गया था, खासकर उन लोगों के लिए जो तंबाकू छोड़ने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, इनके स्वास्थ्य पर प्रभाव के बारे में मिश्रित राय है।

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1. कम हानिकारक 
   - पारंपरिक सिगरेट्स में तंबाकू जलने से हानिकारक रसायन उत्पन्न होते हैं, जो फेफड़ों और हृदय को नुकसान पहुंचाते हैं। ई-सिगरेट्स में तंबाकू नहीं होता, इसलिए इनमें धुआं नहीं उत्पन्न होता और कई हानिकारक रसायन कम होते हैं। इस कारण, कुछ अध्ययन बताते हैं कि ई-सिगरेट्स पारंपरिक सिगरेट्स की तुलना में कम हानिकारक हो सकती हैं।

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   - ई-सिगरेट्स में निकोटिन मौजूद होता है, जो कि एक आदत बनाने वाली पदार्थ है। यह रक्तदाब बढ़ा सकता है, दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है और मस्तिष्क के विकास पर भी प्रभाव डाल सकता है, विशेष रूप से किशोरों और युवा वयस्कों पर।
   
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3.  लंबे समय तक स्वास्थ्य जोखिम 
   - ई-सिगरेट्स के वाष्प में कुछ रसायन हो सकते हैं, जैसे कि फॉर्मल्डेहाइड, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं, हालांकि इनकी मात्रा पारंपरिक सिगरेट्स के मुकाबले कम होती है। कुछ अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि ई-सिगरेट्स से श्वसन समस्याएं और फेफड़ों की बीमारियों का खतरा हो सकता है, हालांकि इस पर और अधिक शोध की आवश्यकता है।
   
4. युवाओं के लिए खतरे 
 युवाओं में ई-सिगरेट्स का सेवन बढ़ रहा है, जो चिंता का विषय है। निकोटिन के सेवन से उनके मस्तिष्क का विकास प्रभावित हो सकता है, और भविष्य में तंबाकू और अन्य मादक पदार्थों की लत की संभावना बढ़ सकती है।

ई-सिगरेट्स पारंपरिक सिगरेट्स की तुलना में कम हानिकारक हो सकती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि ये पूरी तरह से सुरक्षित हैं। खासकर निकोटिन के सेवन और वाष्प में मौजूद रसायनों के कारण, लंबे समय तक ई-सिगरेट्स का उपयोग स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है। सबसे अच्छा तरीका यह है कि इनका सेवन न किया जाए, खासकर किशोरों और युवाओं के लिए।

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