6 माइक्रोफोन वाले ईयरफोन का सच, आप चौंक जाएंगे
आजकल बाजार में मिलने वाले हाई-एंड ईयरफोन और हेडफ़ोन सिर्फ म्यूज़िक सुनने के लिए ही नहीं, बल्कि कई एडवांस्ड फीचर्स के लिए भी डिज़ाइन किए जाते हैं। अगर आपने कभी ध्यान दिया हो, तो कुछ ईयरफोन में 4 से लेकर 6 तक माइक लगे होते हैं। यह देखकर कई लोग हैरान रह जाते हैं और सोचते हैं कि आखिर इतने सारे माइक की जरूरत क्यों है।
1. शोर को कम करने के लिए
ईयरफोन में लगे कई माइक का सबसे बड़ा काम है नॉइज़ कैंसलेशन। यह तकनीक आसपास की आवाज़ों को पहचानकर उन्हें कम करती है, ताकि आप क्लियर म्यूज़िक या कॉल का आनंद ले सकें। माइक एक-दूसरे के साथ काम करके बैकग्राउंड शोर को फिल्टर कर देते हैं।
2. कॉल क्वालिटी बढ़ाने के लिए
कई माइक इस काम के लिए अलग से लगे होते हैं। एक माइक आपकी आवाज़ को पकड़ता है, जबकि दूसरा आसपास की आवाज़ को सेंसर करके उसे काट देता है। इस तरह कॉल के दौरान सामने वाला व्यक्ति आपकी आवाज़ स्पष्ट और बिना शोर के सुन पाता है।
3. वॉयस असिस्टेंट के लिए
आजकल ईयरफोन में Google Assistant, Siri या Alexa जैसे वॉयस असिस्टेंट सपोर्ट होते हैं। इसके लिए भी अलग माइक का इस्तेमाल होता है जो आपकी आवाज़ को सही तरीके से कैप्चर करता है।
4. स्टीरियो रिकॉर्डिंग और गेमिंग के लिए
कुछ हाई-एंड ईयरफोन में माइक का इस्तेमाल गेमिंग या रिकॉर्डिंग के दौरान स्टीरियो और 3D साउंड इफेक्ट्स के लिए भी किया जाता है। इससे गेमिंग का अनुभव और अधिक इमर्सिव हो जाता है।
5. स्मार्ट फंक्शन्स और सेंसर्स
माइक सिर्फ आवाज़ पकड़ने के लिए नहीं, बल्कि स्मार्ट फंक्शन जैसे कि हेडफ़ोन पहनने या उतारने पर ऑटो-पॉज़ और ऑटो-प्ले फीचर के लिए भी इस्तेमाल होते हैं।
तो अगली बार जब आप किसी ईयरफोन में 6 माइक देखें, तो हैरान न हों। ये केवल आपकी म्यूज़िक सुनने की सुविधा बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि कलरिटी, कम शोर, बेहतर कॉल क्वालिटी और स्मार्ट फीचर्स के लिए होते हैं।
इन सब तकनीकों ने ईयरफोन को सिर्फ ऑडियो डिवाइस से एक स्मार्ट एक्सेसरी बना दिया है।


No Previous Comments found.