एक नई कविता की तलाश में

कविता किसी भी प्रकार की भावना को अभिव्यक्त करने का सशक्त माध्यम होती है। जब भावनाएँ शब्दों के माध्यम से स्वरों के धागों में पिरोकर माला में पिरोकर परोसी जाती हैं। हम सी न्यूज़ भारत पर आपके लिए पेश कर रहे हैं एक ऐसी ही कविता जो तलाश है एक नई कविता की...। जी हाँ! आज सी न्यूज़ भारत के साहित्य में पेश है अनंत भटनागर जी की कविता जिसका शीर्षक है "नई कविता की तलाश"...। लेकिन कविता की तलाश की ओर बढ़ने से पहले कुछ बातें जान लेते हैं डॉ. अनंत भटनागर के बारे में...। डॉ. अनंत भटनागर की सृजनात्मक साहित्यिक लेखन की ऊर्जा सामाजिक आन्दोलन में प्रस्फुटित होती है। डॉ. अनंत भटनागर कवि, व्यंग्यकार, और आलोचक के रूप में जाने जाते हैं। "समय के साथ", "सागर से आकाश तक" उनकी रचनाओं में प्रमुख रूप से शामिल हैं। तो चलिए अब शुरू करते हैं डॉ. अनंत भटनागर की कविता "नई कविता की तलाश"...।

भाषा के नए-नए
खाकों में ढलकर
टूटे शब्द
संकेतों / प्रतीकों
के नए-नए
अर्थ में बदलकर
भावना के सागर में
डूबते मन को
टूटते जन को
कुछ पल / क्षण को
ग्रीष्म स्नान
की
ताजगी देकर
रेतीली हवाओं में
लू बनकर
उड जाते हैं।
और ! फिर
कल्पना के कारखाने में
भाषा के सज्जाकार मस्तिष्क
शब्दों को जोड-तोडकर
छन्दों को तरोड-मरोडकर
लग जाते हैं
एक नई कविता की
तलाश में।

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