शनि जात के दौरान लाखों श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की और मनौती मांगी

एटा - जलेसर में शनीचर की जात के दौरान लाखों श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की और मनौती मांगी। इस अवसर पर बच्चों के मुंडन कराए गए और नवविवाहित जोड़ों ने सुखी दांपत्य जीवन के लिए मनौती मांगी। पुलिस ने चाक-चौबंद व्यवस्था की थी, जिससे पूजा-अर्चना शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। शनीचर की जात के दौरान कोतवाली प्रभारी की व्यवस्था पुलिस की व्यवस्था  पुलिस ने श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष व्यवस्था की थी प्रत्येक मार्ग पर 2 किलोमीटर पहले ही बड़े वाहनों को रोक दिया गया था छोटे वाहनों की भारी भीड़ के चलते प्रत्येक मार्ग पर जाम की स्थिति बनी रही, लेकिन पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था के चलते व्यवस्था सुचारू रही। समाजसेवियों की पहल समाजसेवियों ने पेयजल की प्याऊ लगाई, जिससे श्रद्धालुओं को पानी की सुविधा मिली।

शनीचर की जात का महत्व:
नवविवाहित जोड़ों के लिए मान्यताओं के अनुसार, आषाढ़ माह के शनिचर को जात करने से नवविवाहित जोड़ों का दांपत्य जीवन सुखमय व्यतीत होता है। बच्चों के मुंडन के लिए बच्चों का मुंडन करने से उन्हें बीमारियों से निजात मिलती है। भूत-प्रेत की बीमारी को दूर करने के लिए इस स्थल पर भूत-प्रेत की बीमारी को दूर किया जाता है।

रिपोर्टर - लखन यादव 

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