पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल के निजीकरण से जूनियर इंजीनियर एवं विद्युत कर्मियों की नौकरी जाना तय ,समायोजन की स्थिती भयावाह

एटा : पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल के निजीकरण से जूनियर इंजीनियर एवं विद्युत कर्मियों की नौकरी जाना तय ,समायोजन की स्थिती भयावाह
* जेई संगठन ने किया शाम को ध्यान आकर्षण कार्यक्रम..
* बिजल एक अति आवश्यक संसाधन है ये जनता की सेवा के लिए है न कि उद्योगपतियों के लाभ के लिए.
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन एटा के पदाधिकारियों द्वारा अधीक्षण अभियंता कार्यालय अरुणा नगर एटा के सम्मुख कॉरपोरेशन प्रबंधन द्वारा दक्षिणांचल एवं पूर्वांचल का किए जा रहे निजीकरण का जमकर विरोध किया एवं संगठन द्वारा एक स्वर में निजीकरण के विरुद्ध हर स्तर से आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा गया कि यदि प्रबंधन होश में नहीं आया तो आंदोलन करने की बाध्यता होगी। संगठन के सभा की अध्यक्षता इं अतुल यादव जनपद अध्यक्ष एटा द्वारा किया गया और सभी को सचेत रहकर हर स्तर की संघर्ष करने को तैयार रहने को कहा है। सभा का संचाल इं सुमित सोनी ने किया और साथियों को बताया कि जब लड़ाई जीवन की जीविका से संबंधित है तो किसी भी हद तक लड़ाई करना पड़े लड़ा जाएगा। संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं नवीन कुमार जी ने बताया कि जब जब सरकार ऊर्जा प्रबंधन गलत नीतियों पर काम किया है और उसका विरोध बिजली कर्मी करके उनको बैक फूट पर लाया है l संगठन के अंचल वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं जान प्रकाश गुप्ता ने बताया कि सत्य की हमेशा जीत होती है, अभी तक प्रबंधन तक हमारी बातों को दरकिनार कर रहा है जल्द ही उनको केंद्रीय पदाधिकारियों के साथ बात करके निजीकरण के निर्णय को वापस लेना पड़ेगा। संगठन के पूर्व केंद्रीय उप महासचिव इं राजीव कुमार ने बताया कि प्रबंधन गलत निर्णय को लेकर करोड़ों गरीबों के घर अंधेरा करने पर तुला है क्योंकि महंगी बिजली का बिल गरीब परिवार नहीं जमा कर पाएगा। पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष इं राजेश कुमार झा ने बताया कि अब संगठन भी आर पार की लड़ाई लड़ेगा। संगठन के मंडल अध्यक्ष इं विवेक कुमार ने बताया कि प्रबंधन ने मजाक बना कर रखा है भला लाखों बेरोजगार युवा और पढ़े लिखे तकनीकी बच्चों का क्या बाजूद था जाएगा जब उनको कॉरपोरेशन में रोजगार ही नहीं मिलेगा। मंडल सचिव इं जितेंद्र सिंह ने बताया कि ऊर्जा प्रबंधन सुधार कार्यक्रम लागू करने के अलावा विभाग को बेचने में लगा है। इं उग्रसेन उपखंड अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अभी बिजली अधिकतम ₹ 6.5 प्रति यूनिट है लेकिन अन्य राज्यों के ₹ 16 प्रति यूनिट से भी ज्यादा है इससे उद्योगपतियों को केवल फायदा होगा। आज के बैठक में इं मोहित यादव, इं मनीष कुमार, इं बच्चन सिंह, इं विजय कुमार, इं जवाहर सिंह, इं विजय कुमार, इं माधो सिंह, इं संतोष कुमार, इं ऋषि राम इं निर्मल वर्मा, इं अनिल कुमार आदि के साथ साथ जनपद के सभी पदाधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
रिपोर्टर : लखन
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