भव्य किसान दिवस में गूंजी कृषि चेतना, पराली न जलाने और पशु स्वास्थ्य पर जोर।

इटावा : कृषि भवन का वातावरण आज उत्साह और जागरूकता से भर गया जब वहां भव्य किसान दिवस का आयोजन किया गया। सैकड़ों किसान भाइयों और बहनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और कृषि विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त किया।कार्यक्रम की शुरुआत उप कृषि निदेशक आर. एन. सिंह के संबोधन से हुई। उन्होंने किसानों से पराली न जलाने की अपील करते हुए कहा कि “पराली खेतों की उर्वरा शक्ति है, इसे जलाना नहीं, संभालना चाहिए।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जिले में खाद की आपूर्ति पूरी तरह से पर्याप्त है, इसलिए किसानों को किसी प्रकार की घबराहट या पैनिक की जरूरत नहीं है।जिला कृषि अधिकारी ओंकार सिंह ने पराली प्रबंधन और सहभागिता योजना की जानकारी साझा की, जबकि जिला पशु-चिकित्सक अधिकारी डॉ. दिलीप कुमार ने पशुओं के टीकाकरण और पराली को पशु चारे के रूप में उपयोग करने के महत्व पर प्रकाश डाला। इस मौके पर उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि पराली जैसे संसाधन का सही उपयोग खेती की लागत घटाने और पर्यावरण संरक्षण दोनों में मददगार हो सकता है।कार्यक्रम को सफल बनाने में विपिन कुमार, गौरव कुमार, अनिल श्रीवास्तव, ब्रहद्रथ और समस्त कृषि भवन स्टाफ का विशेष योगदान रहा। किसानों के उत्साह और अधिकारियों की संवेदनशील पहल ने मिलकर इस किसान दिवस को यादगार बना दिया।

रिपोर्टर : देवेन्द्र सिंह

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