आपकी थाली में हर रोज परोसा जा रहा जहर , क्या आपको है खबर ?
आपने कभी सोचा है कि जिस मसाले से आप रोज़ अपने घर का खाना तैयार करते हैं, क्या वह वाकई शुद्ध और सुरक्षित है? या फिर आप अपनी और अपने परिवार की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं,? दरसल दिल्ली-एनसीआर और देश के अन्य हिस्सों में नकली मसालों, घी, तेल, टूथपेस्ट और बाकी जरूरी खाने-पीने की चीज़ों का कारोबार जोरों पर है... सड़े चावल, लकड़ी का बुरादा, जहरीले केमिकल और रंगों से बने ये प्रोडक्ट्स धीरे-धीरे आपके शरीर में घुसकर गंभीर बीमारियों का कारण बन रहे हैं..और आपको पता भी चल रहा ... हाल ही में देश के अलग अलग कोने में पुलिस ने इन अवैध फैक्ट्रियों पर छापेमारी तो की, लेकिन सवाल ये है कि हम इस 'स्लो पॉइजन' से कैसे बचें?
कुछ वक्त पहले ही दिल्ली के करावल नगर में पुलिस ने दो नकली मसालों की फैक्ट्रियों पर छापा मारा था, जहां से 15,000 किलो नकली मसाले जब्त किए गए थे.. ये मसाले सड़े चावलों, लकड़ी के बुरादे, जामुन की गुठली के पाउडर और हानिकारक केमिकल्स से बनाए गए थे.. यही नहीं, राजस्थान के अजमेर में 18,000 लीटर नकली रिफाइंड तेल पकड़ा गया...इस व्यापार का दायरा अब इतना बढ़ चुका है कि यह किसी छोटे व्यापार से ज्यादा एक बड़ी घातक इंडस्ट्री बन चुका है... कैसे बनते हैं ये 'धीमे जहर' वाले मसाले और प्रोडेट्स चलिए बातात है -
अमचूर पाउडर - सड़े चावल, जामुन, लकड़ी का बुरादा और खतरनाक केमिकल्स से तैयार हो रहा है
मिर्च पाउडर - खराब मिर्च, मिर्च के डंठल, सड़े हुए चावल, रंग और केमिकल मिलाकर तैयार हो रहा है
धनिया पाउडर - 10% असली धनिया में लकड़ी का बुरादा, सड़ा हुआ बाजरा, चोकर और केमिकल से बन रहा है
गरम मसाला - यूकेलिप्टस के पत्ते, सड़े जामुन, काली मिर्च की भूसी, जीरे की डंडी, लौंग की डंडी और पॉलिश से तैयार किया जा रहा है
हल्दी पाउडर - सड़ी हल्दी, सड़े चावल, मिट्टी और केमिकल मिलाकर बनाया जा रहा है
देसी घी - ब्रांडेड घी से 60% घी निकालकर उसमें रिफाइंड तेल और देसी घी की खुशबू के एसेंस से तैयार किया जा रहा है
टूथपेस्ट - हानिकारक केमिकल्स, पिपरमिंट और अन्य खतरनाक ऑयल्स से बन रहा है
अब सोचिए ये वी चीजें है , जो हर रोज आप अपने घर में इस्तेमाल कर रहे हैं ..अब हेल्थ एक्सपर्ट्स बार-बार चेतावनी दे रहे हैं कि ऐसे मिलावटी प्रोडक्ट्स आपके शरीर में ट्रांस-फैटी एसिड, रसायन और कैंसर जैसे खतरनाक तत्वों को प्रवेश करा सकते हैं.. इससे ना सिर्फ मोटापा और दिल के रोग का खतरा बढ़ता है, बल्कि कैंसर जैसी घातक बीमारियां भी पनप सकती हैं... हाल ही में दिल्ली में ही ब्रांडेड कंपनियों के नाम से टोमैटो सॉस, लहसुन की चटनी और मिक्स अचार बनाए जा रहे थे। पुलिस ने 1457 किलोग्राम ऐसे सामान जब्त किए
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये जहर का खेल क्यों चल रहा है ? तो इसकी वजह भी आप और हम ही हैं .. दरसल
इन नकली उत्पादों की कीमत असली उत्पादों से 5 से 10 रुपये सस्ती होती है, जो ग्राहक को आकर्षित करती है। वहीं, दुकानदारों को इस सस्ते माल से ज्यादा मुनाफा होता है। यही कारण है कि यह नकली माल हर छोटे-बड़े बाजार, मेला, और गांव के बीच आसानी से फैल रहा है। अब आलम ये है कि नकली मसालों का नेटवर्क दिल्ली के खोरी कॉलोनी, लोनी, खारी बावली, सदर बाजार और पुल मिठाई इलाके जैसे स्थानों में फैला हुआ है। यहां कुछ दुकानदारों और गोदाम मालिकों का मिलावटखोरों से सीधा लिंक भी है। ये वही इलाके हैं जहां असली और गुणवत्ता वाले उत्पाद बेचने वालों को शक की नजर से देखा जाता है।
यानी कि देखा जाए तो अब वक्त आ गया है कि हम इस जहर को अपनी थाली से बाहर फेंक दें! जो सस्ते के लालच में नकली और मिलावटी सामान खा रहे हैं, वे ना सिर्फ अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं, बल्कि अपने परिवार के साथ भी धोखा कर रहे हैं। यह 'धीमा जहर' हमें चुपचाप मार रहा है, और हम इसे अनदेखा कर रहे हैं। इस खतरनाक खेल को रोकने के लिए हमें एकजुट होकर इस पर रोक लगानी होगी—वरना हमारी थाली में ये जहर हमेशा बना रहेगा! अब या कभी नहीं!

No Previous Comments found.