आधुनिक चीर घर मर्चरी हाउस में दलालों का बोलबाला डिजिटल पत्रकारिता की आड़ में पीड़ितों का खुलेआम शोषण

फतेहपुर :  जनपद के आधुनिक चीर घर पोस्टमार्टम मर्चरी हाउस के बाहर इन दिनों दलालों का तांता लगा हुआ है। दिन-रात सक्रिय ये कथित बहरूपिए खुद को डिजिटल पत्रकार या अधिकारी बताकर भोले-भाले और असहाय पीड़ितों को भ्रमित कर रहे हैं। आरोप है कि ये लोग पीड़ित परिवारों से सरेआम आर्थिक शोषण कर रहे हैं, जबकि जिम्मेदार अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं।मर्चरी हाउस और चीर घर के गेट के बाहर अराजक तत्वों का जमावड़ा बना रहता है। ये लोग खुद को सिस्टम से जुड़ा हुआ बताकर पीड़ितों पर रौब झाड़ते हैं और डर व दबाव का माहौल बनाते हैं। पोस्टमार्टम से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां पहले ही जुटा ली जाती हैं, फिर पीड़ितों से पेन-डायरी पर बयान लिखवाए जाते हैं और वीडियो बनाकर कथित तौर पर बयान दर्ज करने का दिखावा किया जाता है।सूत्रों के अनुसार, ये बहरूपिए खासकर दो पक्षीय मामलों में पहले दोनों पक्षों के बयान नोट करते हैं और वीडियो बनाते हैं। इसके बाद संदिग्ध मामलों में आरोपित पक्ष से कथित “मैनेजमेंट” कर पीएम रिपोर्ट में बचाव का भरोसा दिलाने की बात करते हैं। सिस्टम से मिलीभगत का डर दिखाकर वे अपने हित साधते हैं और बाद में पीड़ित पक्ष से चुपचाप किनारा कर लेते हैं।इस पूरे खेल में सबसे ज्यादा शिकार वे पीड़ित परिवार हो रहे हैं, जो पहले ही अपनों को खोने के गम में टूटे होते हैं। अधिकांश अनपढ़ और असहज पीड़ित इन कथित डिजिटल पत्रकारों और फर्जी अधिकारियों के जाल में फंसकर लुट रहे हैं। मर्चरी हाउस जैसे संवेदनशील स्थान पर इस तरह का खुला खेल न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न लगाता है।अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी कब तक चुप्पी साधे रहते हैं और कब इन बहरूपियों पर शिकंजा कसकर पीड़ितों को राहत दिलाई जाती है।


रिपोर्टर : अमित कुमार

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.