मेथी का पानी: कौन पी सकता है और कौन नहीं?
मेथी का पानी (फेनुग्रीक‑सीड्स का पानी) बहुत से लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है पाचन सुधारने, ब्लड शुगर कंट्रोल करने, मेटाबॉलिज़्म को सपोर्ट करने जैसे लाभ इसके साथ जुड़े हुए हैं। लेकिन हर किसी के लिए नहीं कुछ स्थितियों में ऐसा पानी सीमित या सावधानीपूर्वक उपयोग करना चाहिए। नीचे 4 ऐसी प्रमुख श्रेणियाँ हैं जिन्हें सतर्क रहना चाहिए या डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए:
उन्हें जिनको बहुत कम ब्लड शुगर (हाइपोग्लाइसीमिया) या शुगर‑कंट्रोल की दवाइयाँ लेनी हैं
मेथी के बीज/पानी में शुगर को कम करने की क्षमता होती है।
अगर आप पहले से ही ब्लड शुगर बहुत कम होने वाले हैं या शुगर‑ड्रॉप की समस्या है, तो मेथी पानी पीने से शुगर और अधिक नीचे जा सकती है यह अच्छा नहीं है।
गर्भवती महिलाएँ और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ
आयुर्वेद एवं कुछ स्वास्थ्य लेखांशों में उल्लेख है कि मेथी में यूटेरस (गर्भाशय) संकुचन‑प्रेरित होने की संभावना हो सकती है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतनी चाहिए। स्तनपान के दौरान भी चिकित्सकीय सलाह लेना बेहतर है।
थायराइड या हार्मोनल असंतुलन वाले लोग
मेथी के बीज हार्मोन्स‑सक्रियता को प्रभावित कर सकते हैं (उदाहरण के लिए एस्ट्रोजेन/थायराइड हार्मोन्स) इसलिए जो लोग थायराइड विकारों से जूझ रहे हैं या हार्मोनल समस्याएँ हैं, उन्हें सतर्क रहना चाहिए।
कमज़ोर‑शरीर वाले, अत्यधिक दुबले, या अत्यधिक शुष्क प्रकृति वाले लोग आयुर्वेद के अनुसार, मेथी “उष्ण” (गरम) व “शुष्क” स्वभाव की है, इसलिए बहुत दुबले‑पतले, कम वज़न वाले या पहले से शुष्क शरीर वाले लोगों को इसका नियमित सेवन बिना सलाह के नहीं करना चाहिए
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