दोड़गेर में ईसाई मिशनरियोंके खिलाफ स्थानिक आदिवासी समाज ने किया विरोध

गडचिरोली : ईसाई मिशनरी के पादरियों द्वारा अहेरी तहसील के देचिलीपेटा पुलिस स्टेशन के सीमा में स्थित अतिपिछड़ा दोड़गेर गांव में धर्मांतरण का खेल शुरू हुआ। इस गांव में जबरन ईसाई धर्म की प्रचार हेतु पादरियों ने अवैध चर्च की निर्माण कार्य को शुरू किया था। स्थानीय आदिवासी बांधवों को इस बात का पता चला तो,उन्होंने ईसाई पादरियों से चर्च की निर्माण कार्य को रोकने की बात कही। लेकिन उन्होंने जबरन चर्च का काम कर रहे थे।
इस वजह से स्थानिक आदिवासी समाज में उनकी जाती की याने समाज और उनकी परंपरा को नुकसान होने की संभावना ध्यान में आते ही, समाज को इकट्ठा कर उनका विरोध जताया गया ।
और पादरियों को गांव बाहर निकाला गया था। देचलीपेटा पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक द्वारा आदिवासी बांधवों को मारपीट की धमकी ईसाई पादरियों को उनका खेल का विरोध होना हजम नहीं हुआ तो,उन्होंने 24/06/2025 को स्थानीय पुलिस स्टेशन में आदिवासी बांधवों के विरोध में जाती धर्म की गाली गलोच की रिपोर्ट की , स्थानीय पुलिस निरीक्षक संजय ग़फूर दड़वी ने पूरे गांव के लोगोंको अंदर कर के मारपीट करने की धमकी दी।
बिगड़ती माहौल को देख बजरंगदल उतरी मैदान में
स्थानीय लोगों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बजरंगदल के विभाग संयोजक विक्कीजी मंझरे, विभाग सहमंत्री अमितजी बेझालवार, अहेरी जिल्हा मंत्री सदाशिवजी माकडे, बजरंग दल अहेरी जिल्हा संयोजक चंद्रशेखर पुलगाम, जिला मंत्री संजयजी गज्जलवार, प्रखंड संयोजक सचिन येरोजवार, सहसंयोजक सोनू पुरोहित, जिला गोरक्षा प्रमुख संजय यमसलवार, सिरोंचा प्रखंड संयोजक राकेश चिंताकानी, गोरक्षा प्रमुख विजय कुमार तुमडे, अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता गण आदिवासी बांधवोंके समर्थन में दोड़गेर गांव जाकर पूछताछ करकर लोगों को किसी भी परिस्थिति में साथ देने की वादा किया।
रिपोर्टर : चंद्रशेखर पुलगम
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