कारगिल विजय दिवस पर गडचिरोली में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि

गडचिरोली - कारगिल विजय दिवस पर गडचिरोली में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि – पूर्व सांसद डॉ. अशोकजी नेते की प्रमुख उपस्थिति में कारगिल चौक पर भावपूर्ण कार्यक्रम संपन्न "शूरवीर मरते हैं, पर उनका शौर्य अमर रहता है..." इसी प्रेरणादायी भावना के साथ आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर गडचिरोली शहर के साप्ताहिक बाजार के समीप स्थित कारगिल चौक पर वीर शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस कार्यक्रम में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं पूर्व सांसद डॉ. अशोकजी नेते की प्रमुख उपस्थिति रही। उन्होंने अमर जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके शौर्य और बलिदान का गौरव किया। वीर जवानों की स्मृति को नमन – डॉ. अशोकजी नेते इस भावुक श्रद्धांजलि सभा में डॉ. अशोकजी नेते ने कहा,"हमारे वीर सैनिक देश की सीमाओं पर जागरूकता से डटे हुए हैं, इसी कारण आज हम सुरक्षित हैं। उनके बलिदान की वजह से ही भारत का तिरंगा गर्व से लहराता है।"उन्होंने आगे कहा कि 1999 में स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में हुए कारगिल युद्ध में भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान के घुसपैठियों को करारा जवाब देकर ऐतिहासिक विजय प्राप्त की थी। उसी विजय की स्मृति में हर वर्ष 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। यह सिर्फ सैन्य विजय नहीं, बल्कि राष्ट्राभिमान, एकता और भारतीय शौर्य का प्रतीक है, ऐसा उन्होंने कहा। बारिश में भी नागरिकों ने छतरियां लेकर दिखाई देशभक्ति भले ही मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया था, लेकिन देशभक्ति की भावना से प्रेरित होकर नागरिकों ने छतरियां लेकर कारगिल चौक की ओर रुख किया और वीर शहीदों को नमन किया।इस अवसर पर विद्यालयीन छात्र, एनसीसी कैडेट्स, पूर्व सैनिक और बड़ी संख्या में आम नागरिकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। वीर माताओं, वीर पत्नियों और होनहार विद्यार्थियों का सम्मान कार्यक्रम के दौरान वीर शहीदों की माताओं, पत्नियों तथा होनहार विद्यार्थियों का भी सम्मान किया गया। यह सम्मान डॉ. अशोकजी नेते और लायन्स एंड मेटल्स के निदेशक कर्नल विक्रम मेहता के करकमलों से प्रदान किया गया। उपस्थित मान्यवर और गणमान्य नागरिक कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में गडचिरोली पुलिस स्टेशन के थानेदार चव्हाण साहेब, नगर परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पिडुरकर सर, वीर पत्नी सुधाताई चंदनखेडे, संघचालक घिसुलाल काबरा, सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर भडांगे, नंदुभाऊ कुमरे, उदय धकाते, सुभेदार ऋषी वंजारी, वालोदेजी, हवालदार महादेव वासेकर, हवालदार ईश्वर राऊत, गिरडकरजी, देशमुखजी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। राष्ट्रगीत के साथ समापन कार्यक्रम का समापन "महाराष्ट्र गीत" और "राष्ट्रगीत" के सामूहिक गायन के साथ हुआ। चारों ओर देशभक्ति का माहौल व्याप्त था। वीर जवानों के बलिदान को स्मरण करते हुए कारगिल विजय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी गईं। "शौर्य को सम्मान, बलिदान को प्रणाम !" "वीर शहीदों के चरणों में कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से श्रद्धासुमन अर्पण – जय हिंद! वंदे मातरम्!"


रिपोर्टर - चंद्रशेखर पुलगम 

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