आसरेल्ली वनपरिक्षेत्र के वन कर्मियों को सागवान तस्करीयों को पकडने मिली बडी सफलता।

गढ़चिरोली : एक ही दिन में दो सागवान तस्करी प्रकरणों का भंडाफोड़, तीन आरोपी गिरफ्तार, बोलेरो वाहन जप्त सिरोंचा वन विभाग के असरल्ली वन क्षेत्र अंतर्गत सागवान तस्करी के दो बड़े मामलों का एक ही दिन में खुलासा करते हुए वन विभाग ने 2.27 लाख रुपये मूल्य की सागवान जब्त कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 4 लाख रुपये मूल्य की बोलेरो वाहन भी जब्त की गई है। पहला मामला : बोलेरो में भरकर ले जाया जा रहा था सागवान दिनांक 06 अगस्त 2025 को वन विभाग को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि कोपेला-सोगनपल्ली जंगल से अवैध रूप से सागवान काटकर तेलंगाना राज्य ले जाया जा रहा है। सूचना के आधार पर असरल्ली के वन अधिकारियों ने रातभर निगरानी रखी। सुबह लगभग 4 बजे असरल्ली-पातागुडम रोड पर एक संदिग्ध बोलेरो वाहन (क्रमांक AP-24/AB-9556) आता दिखाई दिया। रोके जाने पर चालक भागने का प्रयास करने लगा, लेकिन सतर्क अधिकारियों ने वाहन को रोक लिया।
जांच करने पर वाहन में 8 सागवान के लट्ठे पाए गए, जिसकी कीमत लगभग ₹1.03 लाख आंकी गई है। बोलेरो वाहन की कीमत ₹4 लाख है। वाहन चालक की पहचान राजकुमार अर्जन्ना सुदुला, निवासी सोमनपल्ली के रूप में हुई, जो सागवान को तेलंगाना ले जाने की कोशिश कर रहा था। आरोपी के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 26(1)E, F, 41, 42 और 52 के तहत अपराध क्रमांक 03/2025 दर्ज किया गया है।
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दूसरा मामला : जंगल में काटे गए सागवान के लट्ठे जब्त
उसी दिन, वन विभाग को अंकिसा क्षेत्र के कक्ष क्रमांक 274 में सागवान के पेड़ों की अवैध कटाई की जानकारी मिली। अधिकारियों ने तत्काल छापामारी कर वहां संग्रहित 8 सागौन के लट्ठे बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत ₹1.24 लाख है। मौके पर दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।
पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों – प्रसाद रामचंद्र तोरेम और राममूर्ति शंकर मोरला, निवासी गोल्लागुडम (चेक) – ने सागवान को सब्जियों के साथ छुपाकर तेलंगाना राज्य में बिक्री के लिए ले जाने की बात स्वीकार की। इन पर वन अपराध क्रमांक 02/2025 के तहत भारतीय वन अधिनियम की उपरोक्त धाराओं में केस दर्ज किया गया।
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वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, तस्करों पर कसा शिकंजा
इन दोनों मामलों में कुल ₹2.27 लाख मूल्य की सागौन और ₹4 लाख मूल्य की बोलेरो वाहन जब्त की गई है। तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
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वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में हुई कार्रवाई
यह कार्रवाई उपवन संरक्षक एस. नवकिशोर रेड्डी (आईएफएस), उपविभागीय वन अधिकारी अक्षय मीना (आईएफएस) के निर्देशन में वन क्षेत्र अधिकारी आर. डी. टोकला, क्षेत्र सहायक वी. आर. गोलेवार, वन रक्षक बी. के. पड्डे, ए. जी. दोनाडकर, आर. वी. साल्वे और डी. पी. गोटा के संयुक्त प्रयासों से की गई।
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वन विभाग की सख्त चेतावनी
उपवन संरक्षक एस. नवकिशोर रेड्डी ने कहा,
> "वन संसाधनों का संरक्षण हमारा पहला कर्तव्य है। हमारा विभाग तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
रिपोर्टर : चंद्रशेखर पुलगम
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