रिश्तों को तिलांजलि देकर गंगा में कूदी वृद्धा

गाजीपुर : औड़िहार स्थित वराहधाम पर गंगा नदी में डूब रही वृद्धा को किनारे बैठे युवाओं ने सकुशल बाहर निकाला गया। मौधियां तड़ियांव निवासी पिचहत्तर वर्षीय बासमती देवी पत्नी स्व बैजनाथ को ग्रामीणों ने मछुआरों की मदद से गंगा नदी में बहते हुए बचा लिया। फरीदहा निवासी पिंटू यादव ने बताया कि रविवार की शाम दाह संस्कार के लिए वराहधाम गंगा घाट पर खड़े लोगों को एक वृद्धा का शरीर बहते हुए दिखने से सभी सन्न रह गए। बहते शरीर मे हरकत देख तीन युवकों ने बाढ़ से उफनाई नदी में छलांग लगा दी। चार बेटों की मां बासमती देवी ने पारिवारिक परिस्थितियों से झुब्ध होकर मार्कण्डेय धाम के गंगा घाट से नदी कूद गई। मोक्षदायिनी मां गंगा ने एक मां की दर्द को समझा और मोक्ष देने के बजाय उन्हें अपनी गोंद भरी लहरों में तब तक सम्भाले रखा जब तक कि उन्हें बचाने वालों की निगाह न पड़ गई। बासमती देवी गंगा नदी की तेज धारा में मार्कण्डेय धाम से वराहधाम तक करीब पंद्रह किलोमीटर की दूरी तय कर वराहधाम पहुची थीं। वृद्धा बासमती ने बताया कि पुत्र रामसकल, रामविलास और अशोक, दुलारे चार बेटे है। पिंटू यादव ने सैदपुर कोतवाली में सूचित कर वृद्धा का प्राथमिक इलाज कराया।
रिपोर्टर : गोविन्द कुमार
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