श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज के ललिता सभागार में आयोजित हुआ अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस

गोंडा : पृथ्वी पर जीवन अस्तित्व के लिए जैव विविधता का समृद्ध होना अत्यंत आवश्यक उक्त बातें ललिता सभागार में श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग एवं जंतु विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर रविंद्र कुमार ने कही। संगोष्ठी की आयोजन सचिव एवं वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ रेखा शर्मा ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला एवं "युद्ध नीति जैव विविधता विलुप्तिकरण का मुख्य घटक " विषय पर पेपर प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के समन्वयक प्रो श्रवण कुमार श्रीवास्तव ने "वायुमंडल में उपस्थित परागकण एवं फफूंदी के स्पोर्स की भारत में विविधता विषय"पर शोध पत्र प्रस्तुत किया। संगोष्ठी में दर्जनों पर्यावरण प्रेमी ,विशेषज्ञ, प्रोफेसर्स ऑनलाइन भी जुड़े। गुजरात के आत्मीय विश्वविद्यालय, राजकोट के जैव प्रौद्योगिकी के विभागाध्यक्ष डॉ नूतन प्रकाश विश्वकर्मा ने ऑनलाइन "जैव विविधता संकट कारण एवं निवारण "विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया वहीं आचार्य नरेंद्र किसान पीजी कॉलेजके वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ दीपक कुमार सिंह ने "जलवायु परिवर्तन एवं जैव विविधता अस्तित्व "पर ऑनलाइन शोध पत्र प्रस्तुत किया ।कृषि विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर करुणेश कुमार द्विवेदी ने "भारत देश की गायों की विविधता एवं विशेषता" विषय पर अपना प्रेजेंटेशन दिया।संगोष्ठी के आयोजन सचिव विभागाध्यक्ष जंतु विज्ञान विभाग शिशिर त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापन किया ।संगोष्ठी के सह सचिव डॉ संजय कुमार, डॉ अशोक कुमार पांडे ,सदस्य डॉ प्रियंका श्रीवास्तव ,डॉ सतीश कुमार तिवारी, कृष्ण मोहन त्रिपाठी, ड्रिंकल यादव ,आनंद चतुर्वेदी ,मानसी पांडे एवं विंध्य साहू का सहयोग सराहनीय रहा उक्त राष्ट्रीय संगोष्ठी में लगभग जंतु एवं वनस्पति विज्ञान के डेढ़ सौ छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
रिपोर्टर : राजेश कुमार जायसवाल
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