Google Gemini अब बताएगा कि फोटो और वीडियो असली हैं या AI ने बनाई हैं

नई दिल्ली: आजकल सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो इतनी रियल दिखती हैं कि यह समझ पाना मुश्किल हो गया है कि यह असली है या AI ने बनाया है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए Google ने अपने Gemini ऐप में नया फीचर लॉन्च किया है। अब यह ऐप आपको आसानी से बता सकता है कि कोई कंटेंट मूल है या AI-जनरेटेड।

Google makes Gemini AI smarter with Canvas, Audio Overview features: What  it means for users

यह फीचर कैसे काम करता है?

SynthID वाटरमार्क टेक्नोलॉजी
Google अपने AI टूल्स से बनाई गई या एडिट की गई सामग्री में एक अदृश्य डिजिटल वाटरमार्क जोड़ता है, जिसे SynthID कहा जाता है। यह वाटरमार्क इंसानों की नजर में दिखाई नहीं देता, लेकिन Gemini ऐप इसे पहचान सकता है।

सिंथआईडी डिटेक्टर: Google के AI टूल से बनी सामग्री की पहचान करें

सिंपल यूज़

Gemini ऐप में फोटो या वीडियो अपलोड करें।

पूछें, “क्या यह AI से बनाई गई है?”

ऐप तुरंत बता देगा कि कंटेंट AI से बनाई गई है या असली।

वीडियो में Gemini यह भी दिखा सकता है कि कौन सा हिस्सा AI ने बनाया या एडिट किया है। इससे यूज़र सिर्फ “हाँ या नहीं” के जवाब से ज्यादा जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

फीचर की लिमिट्स

वीडियो साइज: 100MB तक।

वीडियो लंबाई: 90 सेकेंड तक।

सिर्फ Google AI टूल्स: यह फीचर केवल Google के AI टूल्स से बनाई गई सामग्री की पहचान कर सकता है, दूसरे AI मॉडल द्वारा बनाई गई कंटेंट को नहीं।

उपलब्धता: दुनिया भर में जो भी Gemini ऐप सपोर्ट करता है, वहां यह फीचर काम करेगा।

Google Open-Sources SynthID to Watermark AI-Generated Text | Beebom

क्यों यह फीचर जरूरी है?

AI मीडिया तेजी से रियल दिख रहा है, और फेक न्यूज़, डीपफेक वीडियो और एडिटेड फोटो लोगों को गुमराह कर सकते हैं। Gemini का यह फीचर सत्यापन और सुरक्षा का नया तरीका है।

टेंट क्रिएटर अब आसानी से जांच सकते हैं कि किसी फोटो या वीडियो में AI का हाथ है या नहीं।

आम यूज़र भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सामग्री की सत्यता चेक कर सकते हैं।

यह फीचर misinformation और नकली कंटेंट से लड़ने में मदद करेगा। 

Google का यह कदम केवल शुरुआत है। भविष्य में AI पहचान और डीपफेक डिटेक्शन और भी ज्यादा स्मार्ट और तेज़ हो सकती है। Gemini जैसी टेक्नोलॉजी सुरक्षित डिजिटल मीडिया और भरोसेमंद जानकारी की दिशा में एक बड़ा कदम है।

फीचर misinformation और नकली कंटेंट से लड़ने में मदद करेगा। 

Google का यह कदम केवल शुरुआत है। भविष्य में AI पहचान और डीपफेक डिटेक्शन और भी ज्यादा स्मार्ट और तेज़ हो सकती है। Gemini जैसी टेक्नोलॉजी सुरक्षित डिजिटल मीडिया और भरोसेमंद जानकारी की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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