दो गांवों के बीच खूनी संघर्ष,अपहरण,हत्या और आगजनी के बाद छावनी में तब्दील हुआ इलाका

हजारीबाग : हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड के पिपराडीह गांव निवासी लापता दिनेश प्रजापति के छह जुलाई से लापता होने के बाद दस जुलाई को कुम्हरडीहा गांव से सुभाष प्रजापति के घर से एक किलोमीटर दूरी पर एक कुएं से लाश मिलने के बाद नामजद आरोपी सुभाष प्रजापति के पिता महेश प्रजापति की विरोधियों के द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर देने का मामला अब भी दोनों गांव में तनाव बना हुआ है। हालांकि पोस्टमार्टम के पश्चात दोनों की लाश को अंतिम संस्कार कर दिया गया है। दोनों गांव में शांति बनी हुई है। परंतु हालत को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद एवं चौकसी बरत रही है। हजारीबाग प्रशिक्षु आईपीएस एसडीपीओ अमित आनंद ,सीसीआर डीएसपी मनोज कुमार ,बड़कागांव बीडीओ जितेंद्र कुमार मंडल,सीओ मनोज कुमार, बड़कागांव थाना प्रभारी नेमधारी रजक समेत कई थाना के थाना प्रभारी सशस्त्र पुलिस बल आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से चौकस दिखे। स्थिति को देखते हुए पुलिस गुरुवार को रात भर दोनों गांवो पर नजर रखी जा रही थी ताकि किसी प्रकार की पुनः कोई अप्रिय घटना ना हो जाये।बड़कागांव पुलिस ने बताया की दोनों की हत्या मामले को लेकर पुलिस गंभीरता से जांच पड़ताल कर रही है, लापता दिनेश की लाश कुएं से बरामद होने और उद्रवियों के द्वारा महेश प्रजापति को पीट-पीटकर हत्या कर देने को लेकर कार्रवाई की जा रही है। घर में आगलगी और रोड जाम मामले पर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है।घटना को लेकर मृतक महेश प्रजापति की पत्नी कौशल्या देवी ने बताई कि रास्ते में पति को पीट पीट कर हत्या कर देने के बाद लोग हम लोगों की हत्या करने के लिए घर पर आ रहे थे,तभी हम अपने दोनों पोती को लेकर घर से दूसरे के मक्का खेत के बाथरूम में जाकर छुप गए। उपद्रवी हम लोगों को जान से ।मृतक महेश प्रजापति के छोटे भाई अनिल कुमार ने बताया कि घर में उपद्रवियों के द्वारा लगभग 30 लाख रुपया की नुकसान हुआ है। घर में सभी छह भाई के रखें लगभग ढाई लाख रुपया को लोगों ने जला दिया और करीब बीस लाख रुपया का सोना जेवरात ले गए और फ्रिज पलंग गद्दा दो बाइक कुलर गीजर को आग के हवाले कर दिया । हमारा डीजे साउंड उठा कर ले गए । वहीं मृतक दिनेश प्रजापति की लाश कुएं से बरामद होने के बाद पत्नी संगीता के ऊपर पहाड़ टूट पडा। दो बच्चों के साथ महज 10×10 फीट के एक रूम में रह रहे है। पत्रकारों से बात करते हुए वह रो पड़ी कहा की भैया अब मेरे दो बच्चों का क्या होगा। बच्चों की पढ़ाई लिखाई भरण पोषण कैसे करेंगे। 7 वर्ष की एक लड़की एवं 5 वर्ष का एक लड़का है। हमको इंसाफ चाहिए । 10 लाख रुपया लोन दिलाने के नाम पर सुभाष हम लोगों से 1,61000 रुपया लिया था । 3 लाख रुपया और मांग कि थी। दोनों ओर से शांति व्यवस्था बनाने को लेकर दोनों जगह पर पुलिस मुस्तैद है। बड़कागांव के वरीय पुलिस पदाधिकारी की नजर दोनों गांव पर रखे जा रही है। लिखे जाने तक कोई आवेदन नहीं दिया गया है।

रिपोर्टर : सुनील कुमार ठाकुर 

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