सियरकोनी घाटी में सड़क हादसा, हजारीबाग की महिला चिकित्सक समेत चार लोग बाल-बाल बचे

हजारीबाग : प्रखंड अंतर्गत सियरकोनी घाटी के समीप गुरुवार को एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में हजारीबाग की एक महिला चिकित्सक समेत चार लोग बाल-बाल बच गए। हादसा उस समय हुआ जब एक छोटा चारपहिया वाहन (गाड़ी संख्या JH 01BX 9548) दो तेज रफ्तार ट्रकों के बीच अचानक फंस गया और बुरी तरह चिपक गया। वाहन की स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि देखने वालों को यकीन नहीं हो रहा था कि कोई भी यात्री जीवित बचा होगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, महिला चिकित्सक अपने बच्चे को बोध गया के हॉस्टल छोड़ने जा रही थीं। सियरकोनी घाटी के मोड़ पर अचानक सामने आए ट्रकों के बीच यह हादसा हो गया। घटना की सूचना मिलते ही चौपारण थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तुरंत राहत व बचाव कार्य में जुट गए। पुलिस की तत्परता से सभी चारों यात्रियों को सुरक्षित वाहन से बाहर निकाल लिया गया। सौभाग्य से किसी को गंभीर चोट नहीं आई। पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहन को हटाकर सड़क पर यातायात भी सामान्य कर दिया।

थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश ने बताया, "हादसा काफी भयावह था, लेकिन समय रहते हम पहुंच गए और सभी को सुरक्षित निकाल लिया। सच कहें तो — जाको राखे साइयां, मार सके न कोई। ऊपर वाला जब साथ होता है, तो बाल भी बांका नहीं होता। ऐसी घटनाओं में देर करना आग में घी डालने जैसा होता है।"
स्थानीय लोगों ने थाना प्रभारी की त्वरित कार्रवाई की सराहना की और कहा कि चौपारण पुलिस की सक्रियता ही यात्रियों की जान बचाने में सहायक बनी। लोगों का कहना है कि अनुपम प्रकाश हमेशा किसी भी दुर्घटना की सूचना पर तुरंत घटनास्थल पर पहुंचते हैं और राहत कार्य में स्वयं जुट जाते हैं। इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, जिसे लोग ईश्वर की कृपा और पुलिस की फुर्ती का परिणाम मान रहे हैं। चौपारण थाना की यह तत्परता एक बार फिर साबित करती है कि आपात स्थिति में पुलिस जनहित में पूरी जिम्मेदारी से खड़ी रहती है।

रिपोर्टर : अमित सिंह

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