कैसे करना चाहिए हनुमान अष्टक का पाठ

हिंदु धर्म में बजरंबली भगवान शक्ति, ज्ञान, भक्ति एवं विजय के भगवान, बुराई के सर्वोच्च विध्वंसक, भक्तों के रक्षक बल, बुद्धि और विद्या के दाता होते है . कहते है कि कलयुग में भी बजरंबली मौजूद है और प्रथ्वी लोक में मौजूद होने के कारण कहा जाता है कि वो जल्दी प्रसन्न हो जाते है , साथ ही बजरंगबली को मंगलवार का दिन बेहद प्रिय होता है , इस दिन ऐसे कई उपाय है जिनको करने से बजरंगबली की कृपा सदा बनी रहती है  , इसलिए आज हम आपकों बताने जा रहें है ऐसे कुछ उपाय जिनको करने से आप पर बजरंगबली की कृपा सदा बनी रहेगी . 

बजरंबली भगवान जिनको प्रसन्न करना बहुत सरल होता है ,साथ ही बजरंबली को प्रसन्न करने के लिए लोग तरह तरहे के कार्य भी करते है जैसे हनुमान अष्टक का पाठ , लेकिन उन्हे इनके नियम नही पता होते है , इसलिए अक्सर उन्हे इसका फायदा नही होता है साथ ही साथ गलत पाठ करने से वो पाप के भी भोगी बनते है , तो चलिए बतातें है आपकों है कि हनुमान अष्टक का पाठ कैसे करना चाहिए. हनुमान अष्टक का पाठ  मंगलवार के दिन करना चाहिए. क्योंकि यह दिन हनुमान जी का दिन होता हैं.और इस दिन हनुमान अष्टक का पाठ किसी भक्त के द्वारा किया जाए. तो हनुमान जी प्रसन्न हो जाते हैं. और आपके सभी संकट का हरण कर लेते हैं. इससे आपकी सभी प्रकार की इच्छा पूर्ण हो जाती हैं. इसलिए तमाम प्रकार की इच्छा पूर्ति के लिए मंगलवार के दिन हनुमान अष्टक का पाठ करे. तथा हनुमान जी की पूजा-अर्चना करे. साथ ही साथ हनुमान चलीसा के भी कई नियम होते है हनुमान चालीसा का पाठ 3 से लेकर 108 बार कर सकते हैं. लेकिन अगर आप अपनी इच्छा अनुसार करना चाहे तो कर सकते हैं. इसके अलावा आप 100 बार हनुमान चालीसा का पाठ करते है. तो सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती हैं. और सभी सुख की प्राप्ति होती हैं.यह बात हनुमान चालीसा में भी लिखी हुई हैं. की “जो सत बार पाठ करे कोई छुटहि बंदी महा सुख हुई”. यहाँ सत का मतलब 100 बार होता हैं. इसलिए आप सभी प्रकार के पापों से मुक्ति के लिए हनुमान चालीसा का पाठ 100 बार कर सकते हैं.

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