लखनऊ के ये चार हनुमान मंदिर, जहां क़दम रखते ही होगा चमत्कार


हनुमान जयंती के उल्लास से कल लखनऊ सराबोर होगा ..  ऐसे में लखनऊ में बजरंगबली के ऐसे चार मंदिर हैं, जिनकी महिमा सुनते ही दिल में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ता है!अगर आप नैनीताल के कैंची धाम की यात्रा करने का सपना देख रहे हैं, तो आपको लखनऊ के इन चमत्कारी हनुमान मंदिरों में दर्शन करने भर से ही वही पुण्य, वही आशीर्वाद मिल जाएगा!

1. हनुमान सेतु मंदिर – ‘चिट्ठी वाले हनुमान’ 

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लखनऊ के हनुमान सेतु मंदिर में जब तक आप अपनी चिट्ठी न भेजें, तब तक मानो कुछ अधूरा सा रहेगा!‘ग्रेजुएट हनुमान’ की कहानी जानिए – जिनके बारे में कहा जाता है कि ये अपने भक्तों की चिट्ठियों को न सिर्फ पढ़ते हैं, बल्कि उनकी ख्वाहिशों को पूरा भी करते हैं! लोग अपनी मनोकामनाएं चिट्ठी पर लिखकर भेजते हैं, और मंदिर के पुजारी रात के अंधेरे में बैठकर उन चिट्ठियों को बजरंगबली के चरणों में पढ़कर सुनाते हैं। कोई भी खाली हाथ नहीं लौटता, यही है हनुमान सेतु का जादू!इस मंदिर में नीम करौली बाबा की दो प्रतिमाएं भी हैं – और यही वो जगह है जहां से बाबा की पूजा का सिलसिला शुरू हुआ था!

2. प्राचीन हनुमान मंदिर, अलीगंज – जहां हनुमान जी ने खुद महंत को दर्शन दिए थे!

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अलीगंज का हनुमान मंदिर एक अजीबोगरीब चमत्कारी स्थान है। 1783 में स्थापित यह मंदिर, हनुमान जी के स्वयंभू रूप का स्थान है।यहां के महंत ने बताया था कि निर्माण के वक्त हनुमान जी ने खुद उनके सामने आकर दर्शन दिए, और तभी से इसे सिद्धपीठ माना जाने लगा। यहां का माहौल आपको आत्मिक शांति और आशीर्वाद का एहसास कराता है।क्या आप जानते हैं? नवाब वाजिद अली शाह भी इस मंदिर के अटल भक्त थे और उन्होंने इसे और खूबसूरत बनाने के लिए खुद सौंदर्यीकरण कराया था।

3. महाबीर मंदिर, अलीगंज – जहां नीम करौली बाबा की कृपा में बसी है अपार शक्ति

 

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अलीगंज के महाबीर मंदिर की कहानी भी बहुत दिलचस्प है। इस मंदिर का निर्माण 6 जून 1783 को नवाब सआदत अली खान की मां जनाब आलिया ने करवाया था। यहां की नीम करौली बाबा की पूजा श्रद्धा का सबसे बड़ा केंद्र है।
कहा जाता है कि जब यहां भक्त पूजा करने आते हैं, तो उन्हें हनुमान जी का आशीर्वाद ऐसे मिलता है, जैसे बाबा खुद सामने खड़े हों। तो अगर आप असल में पुण्य प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस मंदिर में एक बार जरूर मत्था टेकिए।

4. सदर बाजार का हनुमान मंदिर – कैंची धाम का वैसा ही अनुभव!

 

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सदर बाजार का हनुमान मंदिर अगर कभी आप घूमने जाएं, तो मानिए, नैनीताल का कैंची धाम बिना जाने ही पूरा हो जाएगा!यह प्राचीन मंदिर भी अपनी चमत्कारी शक्तियों के लिए प्रसिद्ध है। भक्तों का कहना है कि अगर किसी कारणवश वे कैंची धाम नहीं जा पाए, तो सदर के इस मंदिर में एक बार पूजा करने से उनका पुण्य पूरा हो जाता है।
यहां हर मंगलवार और हनुमान जयंती पर भक्तों का जमावड़ा होता है, और मान्यता है कि जो यहां मत्था टेकते हैं, उनकी यात्रा कैंची धाम की यात्रा की तरह ही पवित्र मानी जाती है।

तो अगर इस हनुमान जयंती पर आप कहीं दूर  नहीं जा सकते, तो इन चार मंदिरों में से किसी एक में श्रद्धा से सिर झुका लीजिए और महसूस कीजिए वही आशीर्वाद, वही चमत्कारी शक्ति!

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