हरिद्वार में मातम बनकर टूटी अफवाह!

हरिद्वार, जहाँ हर दिन श्रद्धा का सैलाब उमड़ता है, वहाँ रविवार की सुबह अफरा-तफरी का ऐसा मंजर दिखा कि ज़िंदगी थम गई। श्रद्धालुओं से खचाखच भरे मनसा देवी मंदिर मार्ग पर एक अफवाह ने ऐसा तूफान मचा दिया कि 6 मासूम जिंदगियाँ भीड़ की बेरहम लहरों में दम तोड़ बैठीं।
भीड़ चलती रही... पैर रुकते नहीं थे... नीचे गिरा इंसान इंसान नहीं रहा, बस एक रुकावट बन गया। अफवाह थी कि बिजली के तारों में करंट है — और बस, वहां से शुरू हुआ एक खौफनाक मंजर। जान बचाने की जद्दोजहद में किसी ने पीछे नहीं देखा, किसी ने गिरा हुआ नहीं उठाया। भगदड़ मची और लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए दौड़ पड़े।
कौन-कौन लुट गया इस हादसे में?
इस दर्दनाक हादसे में जिन 6 लोगों की ज़िंदगियाँ चली गईं, उनमें शामिल हैं:
आरुष (12) - बरेली का मासूम, जिसकी आंखों में सपने थे।
शांति देवी - श्रद्धा में डूबी एक महिला, जो अपने आराध्य के दर्शन को आई थीं।
शकल देव (18) - बिहार के अररिया से आए युवा।
विक्की (18) - रामपुर, यूपी का होनहार बेटा।
विपिन सैनी (18) - उत्तराखंड के काशीपुर से, अभी तो ज़िंदगी शुरू ही हुई थी।
वकील (18) - बाराबंकी का नौजवान, जिसे शायद यह आखिरी यात्रा नहीं पता थी।
घायलों की स्थिति
इस भगदड़ में 35 लोग घायल हुए। जीडी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। कुछ की हालत नाज़ुक थी, जिन्हें तुरंत रेफर किया गया। अब तक 14 लोगों को छुट्टी मिल चुकी है, बाकी की स्थिति भी स्थिर बताई जा रही है।
सरकार की कार्रवाई और मुआवजा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50 हजार की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इसके साथ ही मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी दिए गए हैं ताकि जिम्मेदारी तय हो सके और भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।
धामी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा:“हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुए हृदय विदारक हादसे में 6 लोगों की मौत की खबर बहुत दुखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगतों को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को यह असीम पीड़ा सहने की शक्ति दें।”
श्रद्धा के रास्ते में अफवाह ने मौत का जाल बिछा दिया। ये हादसा हमें चेतावनी देता है—भीड़ में होश मत खोइए, अफवाहों पर आँख मूंदकर भरोसा मत कीजिए। श्रद्धा रहे... लेकिन सतर्कता भी ज़रूरी है।
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