एनटीपीसी सहयोगी ऋतिक खनन कंपनी ग्रामीणों के साथ कर रही है सोशन

हजारीबाग - केरेडारी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चट्टीबरियातू मैं एनटीपीसी सहयोगी ऋतिक कंपनी अपने कार्य से बाझ नहीं आ रही है चाहे सांसद हो या विधायक ग्रामीणों के हित के लिए कुछ भी कह ले ऋतिक कंपनी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला बस उसे सभी ग्रामीणों जनता को रौंदते हुए काम करना है कुछ दिन पहले का ही बात है चट्टीबरियातू गांव स्थित बड़ा तालाब (लातो आहर) के मेढ को काटने और डील के जरिए पानी निकालने का आरोप लगा था जिसमें ग्रामीणों ने तीव्र विरोध भी किया.
विरोध करते ही हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र सांसद मनीष जायसवाल को सूचना मिली सूचना मिलते ही चट्टीबरियातू स्थित गांव लातों आहर मेढ के पास आनंद फ़ानंद में पहुंचे और लातों आहर को निरीक्षण किये निरीक्षण जब सांसद किये तो सही पाया गया उसके बाद ntpc चट्टी बरियातू कॉल माइंस परियोजना के प्रमुख (एचओपी) सी.वी.नवीन से मोबाइल पर बात की l सांसद ने उन्हें स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा आदि कंपनी जन भावना के खिलाफ कोई कार्य करती है तो एक संवेदनशील जनप्रतिनिधि के तौर पर हर स्तर पर इसका विरोध करेंगे उन्होंने जोर देकर कहा कि कंपनी को ग्रामीणों के साथ भाईचारे और समझौते के साथ काम करना चाहिए ना कि जोर जबरजस्ती से सांसद मनीष जैसवाल परियोजना प्रमुख को स्पष्ट रुप से बताया कि हम जानता के साथ हैं.
ऋतिक कंपनी अत्याचार पर अत्याचार किए जा रहे हैं
फिर भी ऋतिक खनन कंपनी अपनी आदतों से बाझ नहीं आ रही है लातो आहर के मेढ काटने में हर तत्व पर लगा हुआ है स्थानीय भाजपा नेता प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य महेंद्र सिंह भाजपा युवा नेता प्रकाश गुप्ता ने कहा यदि कंपनी अपने रवैया को सुधार नहीं करती है तो हम लोग कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे और इंसाफ लेकर रहेंगे कंपनी यहां ऐसी रवैया कर रही है कि अंग्रेज के शासन में भी ऐसा नहीं होता था जिस तरह यह ऋतिक खनन कंपनी कर रही है यदि कोई ग्रामीण अपने हक और अधिकार की बात करता है तो उसके ऊपर पुलिस केस कर दिया जाता है आगे महेंद्र सिंह ने कहा विकास जरूरी है इस चीज को हम भी मानते हैं लेकिन जनता का हित का कार्य देखते हुए,यदि जनता ही नहीं रहेगी तो विकास किस काम का विकास किसके लिए किया जाएगा यह भी एक सवाल खड़ा होती है लेकिन कंपनी यह सब को नहीं मानते हुए अपने जेब भरने के लिए सभी ग्रामीण जनता को रौंदा जा रहा है और सारा नियम को तोड़ते हुए कार्य किया जा रहा है लगता है इस देश में संविधान नाम कर कोई चीज है ही नहीं इस कंपनी का रवैया देखकर लग रहा है.
रिपोर्टर - सुनील कुमार ठाकुर
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