चौपारण में बेलगाम शराब कारोबार,उत्पाद विभाग की चुप्पी से तस्कर सक्रिय।

हजारीबाग : प्रखंड में शराब का अवैध कारोबार इन दिनों बेलगाम होता जा रहा है। सरकारी खुदरा दुकानों की आड़ में गुमटी, होटल और अन्य अस्थायी ठिकानों पर खुलेआम शराब बेची और परोसी जा रही है। स्थिति यह है कि रात होते ही शराब तस्कर सक्रिय हो जाते हैं और उत्पाद विभाग की चुप्पी ने इन्हें पूरी तरह बेखौफ बना दिया है।स्थानीय लोगों के मुताबिक, शराब दुकानों पर तय रेट से 30 से 40 रुपए अधिक दाम वसूले जा रहे हैं। विरोध करने पर ग्राहकों के साथ बदसलूकी की जाती है। कई होटल देर रात तक शराब परोसते हैं, जहां असामाजिक तत्वों की भीड़ जुटती है। ऐसी जगहें अब आपराधिक गतिविधियों और षड्यंत्रों का अड्डा बन चुकी हैं।चौंकाने वाली बात यह है कि चौपारण से शराब की बड़ी मात्रा में अवैध तस्करी की जा रही है। गाड़ियों में भरकर शराब रात के अंधेरे में बिहार तक भेजी जाती है। यह स्पष्ट रूप से अंतरराज्यीय तस्करी का मामला है, लेकिन न तो उत्पाद विभाग सक्रिय है और न ही स्थानीय प्रशासन कोई ठोस कदम उठा रहा है।
जानकारों का कहना है कि खुदरा दुकान के नाम पर जिन व्यापारियों को लाइसेंस मिला है, वे नियमों को ताक पर रखकर शराब की ओवररेटिंग, अवैध आपूर्ति और होटल-गुमटी में खुलेआम परोसने जैसे गंभीर नियम उल्लंघन कर रहे हैं। बावजूद इसके, न छापेमारी हो रही है, न लाइसेंस रद्द हो रहे हैं, और न ही किसी पर कानूनी कार्रवाई की खबर सामने आ रही है।स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। युवा वर्ग इस दलदल में फंसता जा रहा है और सामाजिक ताना-बाना टूट रहा है। लोगों का कहना है कि जब तक उत्पाद विभाग सख्ती से कार्रवाई नहीं करता और तस्करी पर नकेल नहीं कसी जाती, तब तक चौपारण की तस्वीर और भी भयावह होती जाएगी।प्रशासन की चुप्पी से अपराधियों का हौसला बुलंद है और आम जनता असहाय महसूस कर रही है।
रिपोर्टर : मुकेश सिंह
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