बच्छई पंचायत में धूमधाम से मनाई गई भगवान बिरसा मुंडा की जयंती

चौपारण (हजारीबाग) : प्रखंड क्षेत्र के बच्छई पंचायत में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती उत्साह, श्रद्धा और सामाजिक एकता के साथ मनाई गई। पंचायत भवन परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम की अगुवाई पंचायत के लोकप्रिय मुखिया बिरेन्द्र रजक ने की। बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर ग्रामीणों में विशेष उत्साह देखने को मिला, जिसमें महिलाएँ, युवा, बुद्धिजीवी तथा जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए।

कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक रीति से दीप प्रज्वलन और धरती आबा बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई। मुखिया बिरेन्द्र रजक ने भगवान बिरसा मुंडा की वीरता, बलिदान और आदिवासी समाज के उत्थान के लिए उनके संघर्षों को याद करते हुए कहा कि “बिरसा मुंडा केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक विचार हैं… एक संकल्प हैं… एक ऐसी शक्ति हैं जिन्होंने जल, जंगल और जमीन की लड़ाई में आदिवासी समाज को नई चेतना दी।”

उन्होंने कहा कि आज जब समाज तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है, तब बिरसा मुंडा की विचारधारा पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हो गई है। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि “धरती आबा की जयंती हमें यह याद दिलाती है कि अपनी संस्कृति, अपने अधिकार और अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए एकजुट होना कितना आवश्यक है। हमें उनके बताए मार्ग पर चलते हुए समाज के कमजोर और जरूरतमंद लोगों की सेवा के लिए समर्पित रहना चाहिए।”

कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों ने भी बिरसा मुंडा के जीवन से जुड़ी प्रेरणादायक घटनाओं का उल्लेख किया। कई वक्ताओं ने कहा कि बिरसा मुंडा का संघर्ष आज के समय में सामाजिक न्याय, समानता और पर्यावरण संरक्षण के लिए एक मजबूत नींव प्रदान करता है।

महिलाओं ने लोकगीत प्रस्तुत किए, जिसमें बिरसा मुंडा के संघर्षों और आदिवासी गौरव की गूँज सुनाई दी। बच्चों ने रैली निकालकर “जय बिरसा” और “जल-जंगल-जमीन हमारा अधिकार” जैसे नारों के माध्यम से जागरूकता फैलायी। पूरे समारोह में एकता, सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक सम्मान की भावना झलक रही थी।

मुखिया बिरेन्द्र रजक ने इस अवसर पर पंचायत में चल रहे विकास कार्यों का भी संक्षिप्त विवरण दिया। उन्होंने कहा कि पंचायत में शिक्षा, स्वच्छता, पेयजल, सड़क निर्माण और समाजिक कल्याण योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि आने वाले समय में पंचायत में और भी जनहित कार्य तेजी से पूरे किए जाएंगे।

समारोह के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने बिरसा मुंडा के आदर्शों पर चलने, समाज के विकास में योगदान देने तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार प्रयास करने का संकल्प लिया। साथ ही झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखने का भी संदेश दिया गया।

बच्छई पंचायत में आयोजित यह जयंती समारोह न केवल एक उत्सव था, बल्कि सामाजिक चेतना और आदिवासी गौरव का प्रतीक भी बना। कार्यक्रम ने गांव में नई ऊर्जा, जागरूकता और सामाजिक एकता का संदेश फैलाया।

रिपोर्टर :अमित सिंह

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