चौपारण की बेटी शिल्पी शरण सिन्हा को मिली पीएचडी की उपाधि,क्षेत्र में हर्ष का माहौल..
हजारीबाग : प्रखंड अंतर्गत बेला पंचायत के रुपिन गांव निवासी समाजसेवी विजय सिन्हा की पुत्री शिल्पी शरण सिन्हा ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करते हुए विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। वर्ष 2025 में आयोजित विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में उन्हें विधिवत डॉक्टरेट की डिग्री प्रदान की गई। शिल्पी शरण सिन्हा वर्तमान में हजारीबाग बार एसोसिएशन में अधिवक्ता के रूप में सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। उन्होंने शिक्षा और विधि—दोनों क्षेत्रों में अपनी सशक्त पहचान बनाई है। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे चौपारण क्षेत्र के लिए भी प्रेरणादायक मानी जा रही है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र की युवतियों के लिए उनका यह सफर संघर्ष, लगन और आत्मविश्वास का सशक्त उदाहरण बनकर सामने आया है।दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष गंगवार सहित कई विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। समारोह के दौरान शिल्पी शरण सिन्हा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता,गुरुजनों,पीएचडी गाइड तथा परिवार के सहयोग को दिया। उन्होंने कहा कि निरंतर परिश्रम और सकारात्मक मार्गदर्शन से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।उनकी इस उपलब्धि की खबर मिलते ही गांव और आसपास के क्षेत्रों में खुशी की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोगों, बुद्धिजीवियों एवं शुभचिंतकों ने उन्हें पीएचडी उपाधि प्राप्त करने पर बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। शिल्पी शरण सिन्हा की सफलता ने चौपारण का नाम शैक्षणिक मानचित्र पर और मजबूती से दर्ज कराया है।
रिपोर्टर : अमित सिंह

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