"क्या आप रोज जीभ साफ़ करते हैं? अगर नहीं, तो यह ज़रूर पढ़ें"
हम हर दिन दांत साफ करते हैं, लेकिन जीभ को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। जबकि जीभ पर लाखों बैक्टीरिया, फूड पार्टिकल्स, मृत कोशिकाएँ (dead cells) और म्यूकस जमा होते हैं। अगर इन्हें समय पर न हटाया जाए तो ये अनेक समस्याओं का कारण बनते हैं। जीभ की सफाई न करना एक छोटी सी आदत लग सकती है, लेकिन इसका असर आपकी संपूर्ण सेहत पर काफी गंभीर हो सकता है। जीभ की सफाई न करने से शरीर पर बुरे असर पड़ सकते हैं.
"हर दिन जीभ की सफाई करना केवल मुँह की देखभाल नहीं, यह पूरे शरीर की सेहत की शुरुआत है।"यह एक मिनट की आदत आपको बुरी सांस, संक्रमण, और पाचन रोगों से बचा सकती है। नीचे बताया गया है कि जीभ की सफाई न करने से शरीर पर क्या-क्या बुरे असर पड़ सकते हैं:
1. मुँह से दुर्गंध (Bad Breath)
जीभ पर बैक्टीरिया, मरे हुए सेल्स और खाने के कण जम जाते हैं। यदि इन्हें रोज़ाना साफ़ न किया जाए तो ये बदबू पैदा करते हैं।
2. स्वाद पहचानने की क्षमता घटती है
गंदगी के कारण स्वाद कलिकाएँ ढक जाती हैं जिससे खाना कम स्वादिष्ट लगने लगता है।
3. दांतों और मसूड़ों की बीमारी
जीभ पर मौजूद बैक्टीरिया मसूड़ों तक पहुँच सकते हैं जिससे जिंजिवाइटिस (gum disease) या पायरिया जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं।
4. पाचन पर असर
जीभ की सफाई न होने से लार का निर्माण और उसका संतुलन प्रभावित होता है, जिससे पाचन क्रिया कमजोर हो सकती है।
5. प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव
मुंह शरीर का पहला डिफेंस सिस्टम होता है। अगर बैक्टीरिया यहाँ से शरीर में जाएँ, तो ये इम्यून सिस्टम को चुनौती दे सकते हैं।
6. फंगल इन्फेक्शन (Oral Thrush)
जीभ पर सफेद परत बन जाना एक आम संकेत है कि वहाँ फंगल संक्रमण हो सकता है, खासकर कैंडिडा नामक फंगस के कारण।
क्या करें?
- रोज़ सुबह और रात ब्रश करते समय जीभ को भी टंग क्लीनर या ब्रश से हल्के से साफ करें।
- धातु या प्लास्टिक के टंग स्क्रेपर का प्रयोग करें।
- साफ पानी से कुल्ला करें और मुँह को हाइड्रेट रखें।
सही प्रक्रिया:
- सुबह उठकर सबसे पहले जीभ की सफाई करें।
- टंग क्लीनर को पीछे से आगे की ओर धीरे-धीरे खींचें। ज़ोर से रगड़ें नहीं।
- 2-3 बार पानी से धोकर दोहराएँ।
- कुल्ला करें।
- इसके बाद दाँत ब्रश करें।
ध्यान दें: टंग क्लीनर को हर हफ्ते अच्छी तरह से धोकर सैनिटाइज करें।

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