फूल नहीं आ रहे पौधों में? डालें ये जादुई पानी, चमत्कार देखिए

अगर आपके घर में गुड़हल, गेंदा या चमेली के पौधे हैं और वे ठीक से फूल नहीं दे रहे, तो परेशान होने की ज़रूरत नहीं है। बस थोड़ा-सा घरेलू पोषक पानी (न्यूट्रिएंट वॉटर) बनाकर डालें, और कुछ ही हफ्तों में पौधे हरे-भरे होकर फूलों से लद जाएंगे।

आइए जानते हैं यह पानी कैसे बनाएं और कैसे इस्तेमाल करें 

1. केले के छिलकों का पानी

क्यों काम करता है: केले के छिलकों में पोटैशियम और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा में होते हैं — ये तत्व पौधों में कलियाँ और फूल बनने की प्रक्रिया को तेज़ करते हैं।

कैसे बनाएं:

3-4 केले के छिलके लें।
इन्हें 1 लीटर पानी में 24 घंटे भिगो दें।
अगले दिन छानकर यह पानी पौधों की जड़ों में डालें।
कितनी बार डालें: सप्ताह में 1 बार।

2. चायपत्ती और गुड़ का घोल

क्यों काम करता है: चाय की पत्ती में नाइट्रोजन होती है, और गुड़ मिट्टी में माइक्रोब्स को सक्रिय करता है, जिससे पौधा मजबूत और हरा-भरा बनता है।

कैसे बनाएं:

उबली हुई इस्तेमाल की चायपत्ती लें।
इसमें आधा चम्मच गुड़ डालें और 1 लीटर पानी में 2 दिन तक रखें।
फिर छानकर पौधों में डाल दें।

ध्यान रखें: यह घोल पत्तियों पर न डालें, सिर्फ मिट्टी में डालें।

3. प्याज के छिलकों का पानी

क्यों काम करता है:
इसमें सल्फर होता है जो कीटों को दूर रखता है और फूलों की संख्या बढ़ाता है।

कैसे बनाएं:

एक मुट्ठी प्याज के छिलके 1 लीटर पानी में उबालें।
ठंडा होने पर छान लें।
10 दिन में एक बार पौधों में डालें।

खास टिप्स:

पौधों को सुबह या शाम को ही पानी दें।
धूप वाली जगह में रखें, लेकिन तेज़ दोपहर की धूप से बचाएं।
सूखी पत्तियाँ या पुराने फूल समय-समय पर हटा दें।

नतीजा:

अगर आप यह प्राकृतिक “फूल बढ़ाने वाला पानी” नियमित रूप से डालेंगे, तो
गुड़हल की डालियाँ बड़े-बड़े लाल फूलों से भर जाएंगी,
गेंदा का पौधा लगातार नए फूल देगा,
और चमेली की खुशबू से पूरा घर महक उठेगा।

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