शीतला अष्टमी पर्व पर अर्पित करें ये चीजे...

अगर आप शीतला माँ को खुश करना चाहते हैं तो शीतला माँ को अर्पित करें ये चीजे. इसे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं और आपके घर में शांति बनी रहेती हैं.
हिन्दू धर्म में शीतला अष्टमी पर्व के मौके पर कई लोग दान पुन करते हैं. जिसे माँ शीतला की कृपा बनी रहे और उनके परिवार पर आशीर्वाद बना रहे. शीतला अष्टमी पर्व पर दान का अलग महत्व हैं. शीतला अष्टमी पर्व पर सुबह जल्दी उठकर शीतल जल से स्नान करें और घर के और लोगों को शीतल जल से स्नान कराए. ऐसा करने से शीतला माँ प्रसन्न होती हैं. मान्यता के अनुसार इस दिन ठंडे भोजन का भोग लगता हैं ठंडे यानि एक दिन पहले बने हुए भोजन का भोग लगता हैं इस भोग में मीठी पूरी , पूरी, दही और चावल का भोग जरुर लगता हैं ऐसी मान्यता हैं की बिना इसके शीतला माँ का भोग अधूरा होता हैं शीतला अष्टमी के दिन अपने घर में झाड़ू और सूप जरुर लेकर आए और इनकी पूजा अवस्य करें. इसके अलवा माँ शीतला की पूजा करने के बाद घर के सभी बच्चो को हल्दी का तिलक जरुर लगाए. आएये जानते कैन किन चीजों का करें दान और कितने बजे से हैं सुबह मुहूर्त...
इन चीजों का करें दान
. शीतला अष्टमी के दिन भूखे और गरीबों को भोजन का दान करना बहुत ही अच्छा माना जाता है. इससे आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं रहती है.
. शीतला अष्टमी पर्व पर पानी और मिठाई के दान से लोगों के जीवन में चल रहे क्लेश खत्म हो जाते हैं.
. इस दिन किसी भी मंदिर में झाडू और सूप का दान भी अवश्य करें. शीतला माता जल्दी ही प्रसन्न हो जाती हैं.
. शीतला अष्टमी के दिन कुम्हारन को प्रसाद के रूप में कुछ न कुछ अवश्य देना दें और साथ ही दक्षिणा भी दें. ऐसा माना जाता है कि जब तक कुम्हारन कुछ नहीं खाती है तब तक शीतला माता की पूजा सफल नहीं होती है.
शुभ मुहूर्त
चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 01 अप्रैल को रात 09 बजकर 09 मिनट से शुरू होगी और अष्टमी तिथि 02 अप्रैल को रात 08 बजकर 08 मिनट तक रहेगी. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, शीतला अष्टमी का पर्व 02 अप्रैल को मनाया जाएगा.
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