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लखनऊ में गृह मंत्री अमित शाह और सीएम आदित्यनाथ ने 60,244 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटे....

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ ने 60,244 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटे। केंद्रीय गृह मंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम मंच पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी नजर आए। कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने महाकुंभ 2025 के दौरान पुलिस के बदले व्यवहार की चर्चा की। उन्होंने कहा कि सामान्य पुलिसिंग में भी इस प्रकार का व्यवहार लाएं तो बेहतर होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति पर जोर दिया। इसमें पुलिसिंग की भूमिका का भी उल्लेख किया। अमित शाह ने कहा कि बिना खर्ची-पर्ची के नियुक्ति की प्रक्रिया को पूरा कराया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मौके पर पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश का खून कोई बहाए, यह मंजूर नहीं है।

सीएम योगी की तारीफ-

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। उन्हें लोकप्रिय और सफल मुख्यमंत्री के तौर पर संबोधित किया।
अमित शाह ने कहा कि आज 60,244 लोगों के जीवन का शायद सबसे शुभ दिन हैं, क्योंकि प्रदेश के हर समाज, हर जाति, हर जनपद, हर तहसील का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग देश के सबसे बड़े पुलिस बल का हिस्सा बन रहे हैं। उत्तर प्रदेश का पुलिस बल पूरे देश में सबसे बड़ा पुलिस बल है। आजादी के बाद प्रदेश के पुलिस बल की देश के पुलिस बल से तुलना की जाती थी।

अमित शाह ने कहा कि बाद के समय में प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ती गई। 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद स्थिति में बदलाव हुआ। यूपी पुलिस फिर से नई बुलंदियों को हासिल करने के रास्ते पर बढ़ी है। आप सभी के लिए एक गौरव का मौका है कि आज आप यूपी पुलिस बल के बदलाव का हिस्सा बन रहे हैं।

मोदी सरकार की तारीफ-

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके शासन में पुलिस बल में आधुनिकरण की शुरुआत हुई। मगर, उत्तर प्रदेश में यह शुरुआत 3 साल देरी से 2017 में हुई। 2014 से 2017 तक भारत सरकार की कोई सुधार प्रक्रिया में यूपी में दिखाई नहीं दी। उत्तर प्रदेश में योगी जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद इसकी शुरुआत हुई। यूपी पुलिस भर्ती की संख्या को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि मेरे सामने 60,244 लोग बैठे हैं। मैं उनके सामने हिम्मत से कह रहा हूं कि किसी को भी खर्ची, पर्ची के बिना नियुक्ति मिली है।

अमित शाम ने कहा कि मैं यह भरोसे से कह सकता हूं कि नियुक्ति के लिए किसी को भी रिश्वत नहीं देनी पड़ी है। यह पारदर्शिता के साथ भर्ती हुई। न खर्ची, न पर्ची, न सिफारिश, जाति के आधार पर भी नहीं और भ्रष्टाचार से भी नहीं, केवल योग्यता के आधार पर 48 लाख एप्लीकेशन में से आप सब की नियुक्ति हुई है। आपकी योग्यता के आधार पर आप चुनकर आए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि इससे बड़ी उपलब्धि किसी भी शासन के लिए कोई नहीं हो सकती है। आप जब उत्तर प्रदेश पुलिस बल का हिस्सा बनने जा रहे हो, इसमें 12000 से ज्यादा बच्चियों भी शामिल हैं। मुझे गर्व हो रहा है बच्चियों को देखकर। जब मैं यहां उनसे मिला तो मैंने आत्मविश्वास और चेहरे पर आनंद देखकर मन को बड़ा सुकून मिला। हमने जो आरक्षण की व्यवस्था बच्चियों के लिए की, महिलाओं के लिए की, इसका शत-प्रतिशत अनुकरण उत्तर प्रदेश में हुआ।


सीएम योगी ने क्या कहा?

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि हमारी प्रतिबद्धता सुशासन से सिद्धि की नीति रही है। आज यूपी की परिभाषा बदल चुकी है। 2017 से पहले भर्तियों में भेदभाव होता था। डबल इंजन की सरकार में युवाओं को नौकरी मिल रही है। उन्होंने कहा कि 2017 से अब तक 2.10 लाख से अधिक पुलिस बल की नियुक्ति प्रदेश में हुई है। नवनियुक्त अभ्यर्थियों को इस मौके पर संदेश देते हुए सीएम योगी ने कहा कि ट्रेनिंग में जितना पसीना बहेगा, कार्यस्थल पर उतना कम खून बहाने की नौबत आएगी।

महाकुंभ का उदाहरण देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब हम इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित कर सकते हैं और उस समय अपना व्यवहार मित्रवत रख सकते हैं तो सामान्य परिस्थितियों में भी इसे लागू करें। प्रदेश में पुलिसिंग की बदली स्थिति और चुनौती का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हर जिले में साइबर थाना की स्थापना की गई है। हर थाने पर साइबर हेल्प डेस्क बनाया गया है। नए चयनित कॉन्स्टेबल को उन्होंने साइबर चुनौतियों से निपटने की सीख दी।

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