इस बार अयोध्या में दीपावली पर जलाये जाएंगे 26 लाख दिए-- टूटेगा पुराना रिकॉर्ड

अयोध्या में दीपावली पर जलाये जाएंगे 26 लाख दिए-- टूटेगा पुराना रिकॉर्ड 


अयोध्या केवल नाम ही नहीं वो जगह है जो अपनी पौराणिकता, भव्यता और पवित्रता के लिए जानी जाती है। और शायद सियासत के लिहाज से भी क्योंकि हमारे देश में दशकों अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर लम्बी लड़ाई चली और फिर 9 नवंबर 2019 को एक बड़ा ऐतिहासिक निर्णय देश की सर्वोच्च अदालत ने और उस निर्णय से न केवल दशकों से राजनीति में बड़ा मुद्दा बने एक मामले के पटाक्षेप हुआ बल्कि करोड़ो हिन्दुओं के आधार और आस्था के प्रतीक मर्यादा पुरुषोतम भगवान् राम के मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भगवान राम मंदिर के निर्माण स्थल का भूमि पूजन करते हुए प्रथम ईंट रखकर शुरुआत की और फिर उतने ही भव्य और पावन आयोजन के साथ 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में भगवान राम के बालस्वरूप की प्राणप्रतिष्ठा हुई। कुल मिलाकर कहा जाये तो जब 2017 में दशकों के इंतज़ार के बाद उत्तर प्रदेश में भाजपा के सत्ता पर आसीन होने के बाद आध्यात्मिक और पावन नगरी अयोध्या की जैसे कायापलट ही हो गयी कभी उपेक्षित रही भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या दुल्हन सी सजी थी और हर कोई उस महान नगरी अयोध्या को अपनी आँखों में संजो लेना चाहता था। और 2017 में यूपी की भाजपा सरकार ने अयोध्या में भगवान राम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव कराने की शुरुआत की। जैसे जब भगवान राम 14 बर्ष का बनवास काट कर रावण वध करके माता सीता भ्राता लक्ष्मण सहित अयोध्या लौटे थे तव भी अयोध्या वासियों ने ऐसे ही दिए जलाकर भगवान राम का स्वागत किया था। वैसी ही परंपरा अब योगी सरकार 2017 से चलती जा रही है और सबसे गौर करने वाली बात हर बार दीपोत्सव का रिकॉर्ड बढ़ता चला जाता है।  

 

Ayodhya Deepotsav: Grand Deepotsav Celebrations Begin In Ayodhya Ahead Of  Diwali

अयोध्या में दीप प्रज्वलन की प्रथा राम की पैड़ी पर होने वाले दीपोत्सव समारोहों के साथ सन् 2017 से स्थापित हुई है, जिसमें हर साल भव्य आयोजन होते हैं, लेकिन इस उत्सव का एक विशिष्ट रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला 2017 में शुरू हुआ। दीपोत्सव में बहुत बड़े पैमाने पर दिए जलाए जाते हैं, और यह अब तक का सबसे बड़ा "दीप प्रज्वलन उत्सव" बन गया है। जो साल दर साल नए नए रिकॉर्ड बना रहा है। 

आपको जानकारी देते हुए बता दूँ कि साल 2017 में दीपोत्सव की शुरुआत के साथ 1.7 लाख दीये जलाए गए थे, जिससे यह नया रिकॉर्ड बना। 

2018: में यह संख्या बढ़कर 3.01 लाख दीये तक पहुंच गई। 

साल 2019 में 4.04 लाख दीये जलाए गए। 
साल 2020 में 6.06 लाख दीये जलाए गए। 
साल 2021 में 9.41 लाख दीये जलाए गए। 
साल 2022 में कुल 15.76 लाख दीये जलाए गए। 
साल 2023 में 22.23 लाख दीये जलाए गए, जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। 

और साल 2024 में आध्यात्मिक नगरी अयोध्या की राम  की पैड़ी पर 25 लाख से अधिक दीये जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया गया। 


और सीधे शब्दों में कहा जाये इस प्रकार से योध्या में दिए प्रज्वलन का उत्सव एक नियमित और ऐतिहासिक घटना बन गया है जो हर साल बड़ी संख्या में दीये जलाकर दुनिया के सबसे बड़े दीपोत्सव का रिकॉर्ड स्थापित करता है। 

और इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग अयोध्या में दीपोत्सव-2025 की तैयारियों में जुटा है। इस भव्य आयोजन के बारे में  महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए   उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि इस बार 19 अक्टूबर को होने वाले दीपोत्सव में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्रदूषणमुक्त ग्रीन आतिशबाजी शो आयोजित किया जाएगा। राम की पैड़ी पर होने वाला यह दीपोत्सव हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ऐतिहासिक रूप लेगा। 14 वर्षों के वनवास के उपरांत प्रभु श्रीराम के अयोध्या आगमन की खुशी में सरयू नदी का आकाश आतिशबाजी से आलोकित होगा। 


 पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि विभाग ने भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन की दिव्य अनुभूति कराने के लिए पूरे शहर को भव्य रूप से सजाने-संवारने की योजना बनाई है। इस वर्ष दीपोत्सव में सरयू घाटों पर 26 लाख से अधिक मिट्टी के दीप प्रज्वलित होंगे और नदी तट को विशेष सजावट से संवारकर आकर्षक बनाया जाएगा। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ-साथ पूरा शहर झिलमिलाती रोशनियों से आलोकित होगा। इसी श्रृंखला में कोरियोग्राफ्ड ग्रीन एरियल आतिशबाजी शो मुख्य आकर्षण होगा। ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो में संगीत और आधुनिक तकनीकों का अद्भुत मिश्रण होगा। इस शो को पूरी तरह संगीत की धुन पर तैयार किया जाएगा, जो अयोध्या के दीपोत्सव को नया आयाम देगा। दीपोत्सव-2025 की शाम सरयू नदी के तट पर आतिशबाजी और संगीत का भव्य संगम आगंतुकों को देखने को मिलेगा। आतिशबाजी की औसत ऊंचाई कम से कम 200 मीटर होगी। 

 

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पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो को कई किलोमीटर दूर से भी देखा जा सकता है। यह आतिशबाजी सरयू नदी की शांत लहरों पर चमकदार परछाइयों के साथ अद्भुत दृश्य उत्पन्न करेगी। यह शो 10 मिनट का होगा, जिसे पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड तकनीक से संचालित किया जाएगा। शो का डिजाइन अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजनों जैसे- रियो डी जेनेरियो (ब्राज़ील) के रेबेलियन आतिशबाजी शो, फ्रांस के बैस्टिल डे और ब्रिटेन की गाई फॉक्स नाइट की तर्ज पर तैयार किया जाएगा। आतिशबाजी में ऊंचाई और विविधता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि अयोध्या के आसमान में निरंतर रंग-बिरंगे नजारे दिखाई दें। 

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 19 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रम में 26 लाख से अधिक दीपों की रोशनी और आतिशबाजी के अद्भुत रंग अयोध्या नगरी को प्रकाशमान करेंगे। दीपोत्सव भव्यता, सांस्कृतिक धरोहर और पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ विशेष रूप से मनाया जाएगा, जो अयोध्या ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए यादगार बनेगा।

 

इस मौके पर प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि दीपोत्सव-2025 हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का अद्वितीय प्रदर्शन है। रामनगरी अयोध्या में आयोजित होने वाला यह उत्सव, पिछले वर्षों की तुलना में और अधिक भव्य एवं आकर्षक होगा। इस बार अंतरराष्ट्रीय स्तर की आतिशबाजी इसका विशेष आकर्षण बनेगी। यह वैश्विक स्तर पर पर्यटन और संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।

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