एक लड़की जो 1500 किलोमीटर साइकिल से निकल पड़ी

आज के समय में, जब लोग घर के पास स्थित किराने की दुकान तक पैदल जाने से भी कतराते हैं, तो कल्पना कीजिए कि एक महिला 1500 किलोमीटर की यात्रा साइकिल से पूरी करती है। वह भी ऊंचे पहाड़ों, घने जंगलों और जोखिम भरे रास्तों को पार करते हुए अपनी मंजिल की ओर बढ़ रही हो। यह कहानी है 28 वर्षीय निशा की, जो वडोदरा की निवासी हैं और पिछले साल माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने का गौरव प्राप्त कर चुकी हैं। अब निशा एक नई साहसिक यात्रा पर निकली हैं, जिसमें वह 16 देशों के बीच साइकिल यात्रा करेंगी।
साइकिल यात्रा की शुरुआत
निशा ने अपनी यात्रा 23 जून को गुजरात के वडोदरा शहर से शुरू की। उनका लक्ष्य था अहमदाबाद होते हुए राजस्थान और दिल्ली तक पहुंचना, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का प्रयास किया। इसके बाद, वह आगरा और गोरखपुर से होती हुई नेपाल पहुंची। निशा के अनुसार, "नेपाल से तिब्बत होते हुए मैं चीन के सिनो-इंडियन बॉर्डर से प्रवेश करूंगी। इसके बाद किर्गिज़स्तान, कजाखस्तान, उज़्बेकिस्तान, रूस होते हुए यूरोप की ओर बढ़ूंगी।"
लंदन तक का सफर
निशा की योजना के अनुसार, वह लगभग 180 से 200 दिनों में लंदन पहुंचने की उम्मीद करती हैं, और इस यात्रा के रास्ते में लातविया, फ्रांस और चेक गणराज्य जैसे देशों से गुजरेंगी। निशा ने बताया, “मेरा लक्ष्य है इस यात्रा को करीब 133 दिनों में पूरा करना, ताकि यह यात्रा भारतीय नववर्ष के आसपास, यानी नवम्बर की शुरुआत में समाप्त हो सके। मैं प्रतिदिन औसतन 80 से 100 किलोमीटर साइकिल चलाऊंगी, और मेरे साथ एक बैकअप कार भी होगी, जिसमें मेरे साथी निलेश बारोट भी यात्रा करेंगे।”
यात्रा का उद्देश्य
निलेश बारोट ने बताया, “यह यात्रा वैश्विक तापन के खिलाफ जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से की जा रही है। हमारा नारा है - ‘परिवर्तन करें, जलवायु परिवर्तन को बदलें’। हम 200 शहरों में वृक्षारोपण करेंगे और लोगों को पर्यावरण के महत्व के बारे में जागरूक करेंगे।” इस साहसिक अभियान की कुल लागत 60 लाख रुपये से अधिक होने का अनुमान है, और इसके लिए कई स्पॉन्सर्स ने उनकी मदद की है।
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