टोनही के शक में हमला — चार आरोपी गिरफ्तार, दो फरार

जशपुर : जशपुर जिले के चौकी कोतबा क्षेत्र के ग्राम लकरामुड़ा में जादू-टोना के संदेह में एक परिवार पर हमला करने के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो महिलाओं सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना में दो अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम लकरामुड़ा निवासी ओम प्रकाश सोनी (उम्र 35 वर्ष) ने चौकी कोतबा में शिकायत दर्ज कराई थी कि 26 जुलाई की रात करीब 8 बजे उनके पड़ोसी बलिचंद्र डहरे ने उन पर जादू-टोना और टोनही होने का आरोप लगाते हुए गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। कुछ ही देर बाद आरोपी बलिचंद्र अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ उनके घर में घुस आया और टांगी व ईंट से हमला कर दिया।
इस हमले में ओम प्रकाश के सिर व आंख में गंभीर चोटें आईं, जबकि उनकी माता और पिता को भी बुरी तरह पीटा गया। तीनों को गंभीर हालत में इलाज के लिए अंबिकापुर अस्पताल रेफर किया गया है।
इन धाराओं में हुआ अपराध पंजीबद्ध
पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर बी.एन.एस की धारा 296, 351(3), 115(2), 190, 191 और छत्तीसगढ़ टोनही प्रताड़ना निवारण अधिनियम 2005 की धारा 05 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
गिरफ्तार आरोपी
बलिचंद्र डहरे
सुदर्शन डहरे
माधुरी डहरे
शांति बाई डहरे (सभी निवासी: ग्राम लकरामुड़ा, चौकी कोतबा, जशपुर)
फरार आरोपी
सूरज डहरे
सदानंद डहरे (पुलिस की तलाश जारी)
पुलिस की तत्परता ने बचाई जान
कोतबा चौकी प्रभारी उप निरीक्षक राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पूछताछ में आरोपियों ने अपराध स्वीकार किया है और साक्ष्य भी बरामद किए गए हैं।
इस कार्रवाई में एएसआई अपलेजर खेस, आरक्षक बूटा सिंह, पवन पैंकरा, सुशील तिर्की और महिला आरक्षक तुलसी कोसले की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
एसएसपी की चेतावनी और अपील
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने कहा है कि "टोनही एक अंधविश्वास है। इसके नाम पर किसी को प्रताड़ित करना गंभीर अपराध है। समाज को जागरूक होना होगा। आम नागरिकों से अपील है कि ऐसी सोच का विरोध करें और पुलिस को जानकारी दें।"
रिपोर्टर : दीपक वर्मा
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