श्रंगेश्वर महादेव धाम से मेरा गांव मेरा तीर्थ के नारे के साथ हजारों कावड़ियों ने माही का पवित्र जल भरकर उठाई कावड़

झकनावदा : श्रावण मास के अंतिम सोमवार को शिवगंगा के तत्वाधान में हजारों कावड़ियों के साथ विशाल कावड़ यात्रा का आयोजन आयोजित किया गया। जिसमें झकनावदा,केसरपुरा, बिजोरी,नाडातोड,भेरूपाड़ा,सेमलिया,कुम्भाखेड़ी,टोड़ी सहित कई गांव के माताओं,बहनों बच्चों सहित हजारों भक्तों ने बढ़ चढ कर हिस्सा लिया। उक्त कावड़ यात्रा श्रंगेश्वर महादेव धाम से प्रारंभ हुई बाद यात्रा झकनावदा पहुंची जहां शनि मंदिर परिसर में समस्त कावड़ियों के लिए झकनावदा कांवड़ यात्रा स्वागत समिति के सदस्यों द्वारा स्वल्पाहार का आयोजन किया गया। बाद कावड़ियों का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। यात्रा क्षत्रिय सिरवी समाज धर्मशाला झकनावदा पहुंची जहां शिवगंगा प्रमुख पद्मश्री से सम्मानित महेश शर्मा ने भगवान शिवजी एवं कावड़ यात्रा का महत्व बताया। इस अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेंद्र राठौड़, परीक्षित सिंह राठौर,जनपद उपाध्यक्ष देवकुंवर पडियार,श्रेणिक कोठारी,शंकरलाल चौहान, हेमेंद्र जोशी,सुखराम कटारा, तोलसिंह दायमा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे। पद्मश्री शर्मा ने कावड़ियों को सीधा शिव जी से जोड़ते हुए कहा कि शिव जी की कावड़ उठाना मतलब सीधा शिव से जुड़ना है। आप कावड़ उठाते समय केवल शिव आराधना करते हुए कावड़ लेकर चले। इधर उधर की बातों पर कोई प्रकार का ध्यान न दे। ओर अपने अपने गांव में स्थापित शिवजी को उदार मन से जल अर्पण कर अपने परिवार सुख समृद्धि की मंगल कामना करे। वही मंडल अध्यक्ष जितेंद्र राठौड़ ने उपस्थित हजारों कावड़ियों से अपील की है कि आप प्रतिवर्ष कावड़ यात्रा में शामिल होकर इस परम्परा को जीवित रखे। और इस धर्म से ही संसार है। अक्सर देखा जा रहा है कि पादरी,क्रिश्चन गांव गांव में धर्म परिवर्तन करवाने घूमते रहते है। लेकिन हमें अपने धर्म को पकड़े रखना है। और इस कावड़ यात्रा के साथ हर हिन्दू धार्मिक आयोजन में बढ़ चढ कर हिस्सा लेते रहना है। इसके साथ ही कहां की सनातन को पूजने वाला जनजाति समाज जो जल जंगल और जमीन की रक्षा करता है वही असली सनातनी है और वह सनातनी हमारा जनजाति समाज है।
बाद कावड़ियों ने अपनी कावड़ उठाकर अपने अपने गांव की ओर प्रस्थान कर अपने नगर में विराजित शिवजी को माही का पवित्र जल अर्पण किया।
रिपोर्टर : मनीष कुमट
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