वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा गुरुपूर्णिमा महोत्सव का आयोजन प्रारम्भ किया

झालावाड़ : आषाढ़ शुक्ल पक्ष गुरु पूर्णिमा के शुभ पावन  अवसर पर श्री छत्रपुरा(झालावाड़ रोड़) स्थित गुरु आश्रम पर सदगुरुदेव भगवान ऋषिवर स्व श्री भंवर लाल  कश्यप जोशी के मूर्तिरूप चित्र का पूजन वंदन कर माल्यार्पण किया।
 उनके सुपौत्र आचार्य श्री लोकेशl ज्योतिर्विद जो अपने ज्योतिष ज्ञान  के लिए  क्षेत्र में विख्यात है और आचार्य श्री अशोक   प्रसिद्ध कथावाचक है कथामृत से देश मे शिवमहापुराण श्रीमतभागवत की कथावाचन करते है वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा गुरुपूर्णिमा महोत्सव का आयोजन प्रारम्भ किया। आचार्य श्री सुखदेव शुक्ला (भानपुरा) और आचार्य श्री दीपक जी(हरनावदा)  ने आचार्य श्री लोकेश जी श्री अशोक जी  के साथ वैदिक मंत्रों से भक्तिमय वातावरण बना दिया।
पूजन वंदन पश्चात हवन यज्ञ के आयोजन में यजमान कोटपूतली से पधारे श्री  संजय जी मोजनाथ जीतू जी सैनी जयप्रकाश जी यादव ने आहुति अर्पित की। 
श्री लोकेश श्री अशोक द्वारा गुरु महिमा के अध्यात्म पर उद्बोधन दिया गया। महोत्सव में दूरदराज से पधारे राजस्थानके जयपुर झुंझनू कोटपुतली कोटा संभाग  हाड़ौती मध्यप्रदेश मालवा  के कई जिलों से पधारे श्रद्धालु  भक्तजन और मातृ शक्ति उपस्थित रही। आमेटा ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधि श्री दुर्गालाल भारद्वाज( पिपलिया जाट) श्री ईश्वरचन्द्र शर्मा कार्यकारी अध्यक्ष आमेटा समाज भवानीमंडी श्री रामचन्द्र जी भट्ट भवानीमंडी  राकेश शर्मा ( आवली कला) एवं अन्य समाज बंधुओं द्वारा आचार्यप्रवरगुरु  लोकेशजी आचार्य श्री गुरु अशोक का माल्यार्पण कर स्वागत वंदन अभिनन्दन किया। आवली कला से पधारे श्री राकेश शर्मा ने अपने उद्बोधन में बताया कि  मनुष्य जीवन मे गुरु कृपा से ही बुद्धि के साथ विवेक जाग्रत होता है।

रिपोर्टर : रमेश चन्द्र शर्मा 

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