बुंदेलखंड को जल्द राज्य का दर्जा दिया जाए: कुंवर सत्येन्द्र पाल सिंह पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर ज्ञापन दिया

झाँसी : पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर बुंदेलखंड क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर सत्येन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। कलेक्टर निवाड़ी की अनुपस्थिति में यह ज्ञापन प्रभारी अधिकारी को दिया गया, जिसमें क्षेत्र के ऐतिहासिक, सामाजिक और आर्थिक उपेक्षा के मुद्दों को उठाया गया। इस अवसर पर कुंवर सत्येन्द्र पाल सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड को शीघ्र ही अलग राज्य का दर्जा दिया जाए ताकि क्षेत्र के नागरिकों को न्याय मिल सके और विकास की नई संभावनाएं खुलें। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता के बाद बुंदेलखंड को एक अलग राज्य का दर्जा मिला था, लेकिन 1956 में इसे जबरन दो हिस्सों में विभाजित कर दिया गया, जिससे क्षेत्र का विकास अवरुद्ध हो गया। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की जनसंख्या और क्षेत्रफल इसे एक स्वतंत्र राज्य बनाने की सभी आवश्यकताओं को पूरा करता है, लेकिन इसके बावजूद आज भी इसे राज्य का दर्जा नहीं दिया गया है। इस अन्याय को अब समाप्त किया जाना चाहिए। ज्ञापन में स्पष्ट किया गया कि 1956 के बाद कई नए राज्य बने, लेकिन बुंदेलखंड की मांग को नजरअंदाज किया गया। इससे यहां के नागरिकों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। बुंदेलखंड क्रांति दल ने प्रधानमंत्री से मांग की कि शीघ्र ही बुंदेलखंड को पृथक राज्य का दर्जा दिया जाए ताकि क्षेत्र का सर्वांगीण विकास संभव हो सके। इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव नईम मंसूरी, जिलाध्यक्ष अवध बिहारी गुप्ता (एड.), बुंदेलखंड युवा सेना के जिलाध्यक्ष बी.के. कुशवाहा (एड.), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरविंद सिसोदिया,विनोद पुरोहित एड. , गोपाल सिंह एड. , राधे लाल पांडे एड. , जगदीश प्रसाद पुरोहित ग्राम गिथनी , रामप्रसाद धानुक, दुर्गाप्रसाद रायकवार, बृज किशोर वर्मा, मुकेश कुमार अहिरवार, उमाशंकर गुप्ता, अभिनव यदुवंशी, सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
रिपोर्टर : राजीव
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