ईद-ए-ग़दीर पर शरबत व भोजन वितरण कार्यक्रम में उपस्थित रहे डॉ० संदीप

झाँसी : ईद-ए-ग़दीर इस्लाम का एक बहुत ही विशेष दिन है। इसी दिन पैग़म्बर हज़रत मोहम्मद ने हज़रत अली को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था और कहा था: "जिसका मैं मौला हूं, अली उसका मौला है।" यह दिन हमें सच्चे नेतृत्व, इंसाफ और भाईचारे का संदेश देता है। इस शुभ अवसर पर आजादरी झाँसी कम्युनिटी और शिया यूथ कम्युनिटी की तरफ़ से इलाइट चौराहा पर एक सबील लगाई गई, जिसमें लोगों को शरबत और वेज बिरयानी वितरित की गई। यह पहल सिर्फ़ ताज़गी बाँटने की नहीं, बल्कि इंसानियत और मोहब्बत का संदेश फैलाने की थी। इस अवसर पर संघर्ष सेवा समिति से संस्थापक अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने भी उपस्थित राहगीरों को शरबत और वेज बिरियानी बांटी। इन सभी का सहयोग ग़दीर के असली पैग़ाम को ज़िंदा रखता है- जहाँ हम सब मिलकर एक-दूसरे के लिए बिना किसी भेदभाव के खड़े होते हैं। इस आयोजन को सफल बनाने में अमीर अबिदी, फैज़ान अबिदी, अहसान अबिदी, तारिक़ हुसैन, मोहम्मद रज़ा ज़ैदी, फुरकान अबिदी, फ़रहान अबिदी, समीर अबिदी, नाज़िम अबिदी, शान अली, वज़ाइम अबिदी, ग़यूर हुसैन, हैदर अली, रेहान रिज़वी आदि ने प्रमुख भूमिका निभाई। इस अवसर पर संघर्ष सेवा समिति से संदीप नामदेव, कमल मेहता, अरुण पांचाल, सुशांत गेडा, महेंद्र रायकवार, बसंत गुप्ता, आशीष विश्वकर्मा, दीक्षा साहू, अनिल वर्मा, राहुल रायकवार आदि उपस्थित रहे।
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