तीन दिवसीय "शिव अपराध क्षमापन" चिन्मय मिशन ज्ञान यज्ञ का समापन

झांसी : अंसल पाम कोर्ट स्थित प्रांगण में चिन्मय मिशन के तत्वाधान में हुए इस अद्वितीय तीन दिवसीय "शिव अपराध क्षमापन" चिन्मय मिशन ज्ञान यज्ञ का समापन पर  ब्रह्मचारी राघवेंद्र चैतन्य के प्रवचन किया। इस अवसर पर  सचिव मुकेश गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वल पर बताया कि ईश्वर बुद्धि से प्रेरित कर्म करने पर ही ईश्वर कर्म को क्षमा करते हैं। 
शिव अपराध क्षमापन स्त्रोत पर प्रवचन करते हुए ब्रह्मचारी राघवेंद्र जी ने विस्तार से  बताया कि हमें जीवन में व्यर्थ की चीजों का अभिमान नहीं करना चाहिए। ये सब चीजे क्षणभंगुर है. नित्य निरंतर भजन साधन संयम करना चाहिए। जब हम प्रभु को अपने साथ हर समय मानकर उनमें ही आश्रय बुद्धि रखते हैं तो वह हमारे दोषों को हमसे दूर कर देते हैं और हमारे मन को अत्यंत निर्मल कर देते हैं। जब तक मन में वासना रहेगी स्वार्थ रहेगा दुर्गुण रहेंगे तब तक हम सुख की अनुभूति नहीं कर सकते हैं, इसलिए हमें गुरु चरणों में जाकर कोई साधन अपना कर शास्त्र का श्रवण कर उसी के अनुसार अपने जीवन को बनाना चाहिए।
 इस पावन समागम में चिन्मय परिवार के श्री पी एन गुप्ता, आरपी गुप्ता, एमडी गुप्ता, रामश्री गुप्ता हरीश अग्रवाल मेघना आदि के साथ अंसल पाल्म कोर्ट निवासी महेशचंद्र गुप्ता, देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव,गोविंद दास व्यास, डी.के श्रीवास्तव, संतोष गुप्ता,उमा श्रीवास्तव,उमा गुप्ता,रानी गुप्ता,उमा गुप्ता, कमला गुप्ता, सीता अग्रवाल, आशा सिन्हा,शोभा गुप्ता, सुनीता गुप्ता, इंद्रा खरे, सुशीला त्रिपाठी,किरन नामदेव,मंजू श्रीवास्तव,इंदु अग्रवाल,सीमा सावाल, अर के सिन्हा, शोभा विश्वकर्मा, राधेश्याम विश्वकर्मा के साथ अनेक साधकों ने सत्संग लाभ प्राप्त किया। श्रीमती शीला गुप्ता मंजू लता खरे कृष्णा सक्सेना प्रतिभा मिश्रा आदि ने भजन गायन कर वातावरण को भक्ति में बनाया। भगवान शिव जी एवं पूज्य गुरुदेव की आरती एवं प्रसाद वितरण के साथ समागम का समापन हुआ. सचिव मुकेश गुप्ता ने असल निवासियों को इस पावन कार्य के आयोजन के लिए साधुवाद ज्ञापित किया और उनसे चिन्मय मिशन में मिशन से जोड़ने का आवाहन किया।

रिपोर्टर : राजीव 

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.