सामूहिक रक्षाबंधन में पूर्व विधायक ने बंधवाई 1000 बहनों से राखी

झांसी : पिछले 25 वर्षों से चले आ रहे सामूहिक रक्षाबंधन महोत्सव के सिलसिले को समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा गरौठा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव ने इस बार भी कायम रखा। लगभग एक हजार से अधिक बहनों के भाई बने दीप नारायण सिंह यादव ने रक्षाबंधन महोत्सव में इन बहनों से न केवल कलाई पर राखी बंधवाई, बल्कि उन्हें उपहार भी भेंट किये। ओरछा तिगैला स्थित रॉयल गार्डन में आयोजित इस महोत्सव में बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश की विवाहित, अविवाहित बहने अपने भाई दीप नारायण सिंह यादव के ललाट पर तिलक लगाने के लिए आई थी। विधिवत पूजन अर्चन के बाद रक्षाबंधन महोत्सव की शुरुआत हुई। एक-एक कर बहनों ने पूर्व विधायक की कलाई पर राखी बांधी। उनके ललाट पर तिलक किया और उनके दीर्घायु होने तथा प्रगति की कामना की। भाई का फर्ज निभाते हुए दीप नारायण सिंह यादव ने सभी बहनों को बदले में उपहार भेंट किये। इस दौरान पूर्व विधायक ने कहा कि ईश्वर हमें पारिवारिक रिश्ते देता है, लेकिन यदि आपके अंदर भाव हो, तो परिवार के बाहर आकर भी बहुत सारे रिश्ते बन जाते हैं। आज यदि हम एक हजार बहनों के भाई बने हैं, तो निश्चित रूप से यह ईश्वर की हम पर विशेष कृपा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बहन का स्नेह भाई की प्रगति में सहायक सिद्ध होता है। जिस देश के शास्त्रों व पुराणों में बालिका को देवी का रूप दिया गया हो, यदि उसे पूजा जाए तो प्रगति स्वाभाविक रूप से हो जाती है। उन्होंने कहा कि अपने जीवन में वर्ष 2005 में उन्होंने आर्थिक अभाव से जूझ रहे परिवारों की कन्याओं का विवाह किया था और उन्हें बहन के रूप में विदा किया था। यह ईश्वर की कृपा का ही प्रतिफल है कि धीरे-धीरे यह कारवां बढ़ता चला गया और आज हम 1000 बहनों के भाई हो गए। रॉयल गार्डन में आयोजित इस सामूहिक रक्षाबंधन महोत्सव में समाजवादी पार्टी के तमाम नेता भी मौजूद रहे। इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव ने कहा कि इस रक्षाबंधन महोत्सव को हमने कभी भी राजनीति के सांचे में नहीं डाला लेकिन अफसोस की बात है कि इस बार हमने मोंठ में इसका आयोजन करने के लिए जब अनुमति के लिए आवेदन दिया, तो 15 दिन बाद भी अनुमति नहीं दी गई। विवश होकर हमें सार्वजनिक स्थान पर कार्यक्रम आयोजित करना पड़ा। उन्होंने कहा कि राजनीति एक अलग विषय है हम सभी राजनीति करने वाले लोगों से या अपील करना चाहते हैं कि वह इस तरह के सामाजिक कार्यक्रमों को राजनीति से परे रखें और समाज में जाति, धर्म, संप्रदाय के भेदभाव को समाप्त करने के लिए पहल करें। पूर्व विधायक ने कहा कि 2005 में जब हमने इसकी शुरुआत की। हमारे लिए तथा हमारी बहनों के लिए इस बात की खुशी है कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक तथा पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती डिंपल यादव भी इन अवसरों का साक्षी बने।
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