एक जुट होकर सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए संकल्पित रहें:शिवाकांत

झाँसी :  हंसारी में राय परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के चतुर्थ दिवस अंतर्राष्ट्रीय कथा व्यास पं.शिवा कान्त महाराज ने चौथे दिवस श्री कृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाते हुए बताया कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म और अत्याचार बढ़ता है  षड्यंत्रकारियों के द्वारा सनातन संस्कृति की क्षति पहुंचाने का प्रयास किया जाता है।गाय ब्राह्मण, संतों पर अत्याचार होता है तब तब भगवान किसी न किसी रूप में अवतार लेकर दुष्टों का संघार कर धर्म की पुनः स्थापना करते हैं। मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी लिखते हैं "जब-जब होय धर्म की हानि,बाढहि असुर अधम अभिमानी।" श्री कृष्ण जन्मोत्सव की बधाई सुनकर श्रोता समाज आनंद मय होकर नाचने लगे कथा व्यास ने कथा के दौरान उपस्थित श्रोता समाज को संकल्प दिलवाया की कभी भी आपस में लड़ाई झगड़ा नहीं करेंगे, परिवार में आपस में सभी लोग एक दूसरे से मिलजुल कर रहेंगे। भारतीय सनातन संस्कृति  की रक्षा करेंगे। उन्होंने कहा हम सबके के लिए सौभाग्य की बात है कि हमारे प्रदेश का राजा(मुख्यमंत्री) सन्यासी है।यह गर्व की बात है। जिस देश और प्रदेश का राजा कर्मयोगी ,तपस्वी होता है वहां की प्रजा कभी दुःखी नहीं होती है।भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव के पावन अवसर कथा पंडाल को भव्य रुप से सजाया गया। इससे पूर्व उन्होंने नरसिंह भगवान के अवतार,हिरण्यकश्यप वध गज-ग्राह, तथा राम जन्म के प्रसंगों का भी विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने मधुर भजन सुनाये 'किससे नजर मिलाऊं तुम्हें देखने के बाद,अवध सैंया मौरी छोडों न बैया' सुनाये जिन्हें श्रोया झूमकर नाचे। इस मौके पर भगवान की सुंदर झांकी भी सजाई गयी।मुख्य यजमान श्रीमती पूजा  नितेंद्र रघुवंशी राय फौजी, अमित राय,पप्पू राय, महेंद्र यादव सभाषद, के के राय ने कथा व्यास का माल्यार्पण कर श्रीमद भागवत पुराण की आरती उतारी।कथा में चौबेपुर से  आये वरिष्ठ भाजपा नेता समाज सेवक पं उत्तम शुक्ला सहित सैखडों श्रोता मौजूद रहे।अचार्य भास्कर कृष्ण मोहिनी शरण, आचार्य सुनील शास्त्री, अचार्य राजकुमार, द्वारा विधि विधान से पूजन कराया गया।

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