सांसद अनुराग शर्मा को ‘डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी’ की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया

झांसी। आयुर्वेद के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट योगदान और इसे जन-जन तक पहुंचाने के प्रयासों के लिए सांसद अनुराग शर्मा को मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के दीक्षांत समारोह में  ‘डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी’ की मानद उपाधि प्रदान की गई। इस गौरवशाली क्षण में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपने कर कमलों से उन्हें यह सम्मान दिया। यह क्षण न केवल सांसद अनुराग शर्मा के लिए, बल्कि पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।
सांसद अनुराग शर्मा ने सदैव आयुर्वेद को न केवल एक चिकित्सा पद्धति, बल्कि जीवन जीने की समग्र दृष्टि के रूप में प्रस्तुत किया है। उनके निरंतर प्रयासों ने इस प्राचीन चिकित्सा विज्ञान को आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण में स्थापित करने और उसकी महत्ता को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह सम्मान उनके द्वारा किए गए उन्हीं सतत प्रयासों की मान्यता है।
 
अपने संबोधन में लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने कहा, -"सांसद अनुराग शर्मा का जीवन और कार्य समाज के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आयुर्वेद जैसे प्राचीन और समृद्ध विज्ञान को आधुनिक युग में प्रासंगिक बनाने और इसे जन-जन तक पहुंचाने में उनका योगदान अद्वितीय है। उन्होंने न केवल बुंदेलखंड क्षेत्र को गौरवान्वित किया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आयुर्वेद की पहचान मजबूत की है।"
 
उन्होंने आगे कहा,"सांसद अनुराग शर्मा का यह सम्मान हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो अपने क्षेत्र में समर्पण और मेहनत से कार्य कर रहा है। उनका जीवन दर्शाता है कि जब हम अपनी संस्कृति और परंपराओं को आधुनिकता के साथ जोड़ते हैं, तो हम नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं।
 
 सम्मान पत्र पर अंकित श्लोक उनके अदम्य समर्पण और स्पष्ट दृष्टि को व्यक्त करता है:
 
"व्यवसायात्मिका बुद्धिरेकेह कुरुनन्दन।
बहुशाखा ह्यनन्ताश्च बुद्धयोऽव्यवसायिनाम्।।"
 
सम्मान प्राप्त करते हुए सांसद अनुराग शर्मा ने कहा,"आयुर्वेद के क्षेत्र में मेरे विनम्र प्रयासों को मान्यता देते हुए मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ने ‘डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी’ की मानद उपाधि प्रदान की है। इस विशेष अवसर पर यह उपाधि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के करकमलों द्वारा प्राप्त करना मेरे लिए अत्यंत गौरव और प्रेरणा का क्षण है। यह सम्मान केवल मेरा नहीं है, बल्कि उन सभी आयुर्वेदाचार्यों, शोधकर्ताओं और साधकों का है जिन्होंने इस महान परंपरा को जीवित रखा और आगे बढ़ाया।"
 
उन्होंने मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की सराहना करते हुए कहा,
"यह संस्थान वर्षों से शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दे रहा है। इस संस्थान द्वारा मुझे मिली मान्यता प्रेरणा का स्रोत है। यह उपलब्धि मेरे सभी शुभचिंतकों, समर्थकों और बुंदेलखंड की जनता के आशीर्वाद का परिणाम है। आयुर्वेद को समर्पित मेरी इस यात्रा में आप सभी का सहयोग और प्रोत्साहन हमेशा प्रेरणादायक रहेगा।"
 
सांसद अनुराग शर्मा ने अपने राजनीतिक और सामाजिक जीवन में सदैव जनसेवा और भारतीय संस्कृति को प्राथमिकता दी है। आयुर्वेद, जिसे न केवल चिकित्सा पद्धति बल्कि जीवन जीने की एक समग्र दृष्टि के रूप में देखा जाता है, को जन-जन तक पहुंचाने और इसे आधुनिक वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य में स्थापित करने के लिए उनके प्रयास अद्वितीय हैं।
 
मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ने इस आयोजन के माध्यम से आयुर्वेद जैसे प्राचीन और समृद्ध चिकित्सा विज्ञान को प्रोत्साहन देने की पहल की है। यह संस्थान, जो देश और विदेश में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और अनुसंधान के लिए प्रसिद्ध है, नवाचार और परंपरा का अद्वितीय संगम प्रस्तुत करता है।
 
यह सम्मान सांसद अनुराग शर्मा की उन सतत कोशिशों का परिणाम है, जो उन्होंने आयुर्वेद और भारतीय चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए की हैं। उनके इस सम्मान से न केवल बुंदेलखंड बल्कि पूरे देश में आयुर्वेद प्रेमियों और युवाओं को नई प्रेरणा मिलेगी।
 
इस मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के दीक्षांत समारोह में कई प्रतिष्ठित गणमान्य अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इनमें हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, संस्थान की मुख्य संरक्षक श्रीमती सत्या भल्ला,  चांसलर डॉ. प्रशांत भल्ला, प्रो. मनहेल थाबेट, महर्षि दयानंद एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष  आनंद मेहता, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के निदेशक (अनुसंधान एवं विकास) श्री आलोक शर्मा, हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा, कैरेट कैपिटल के मैनेजिंग पार्टनर पंकज बंसल, सैफ्रन स्ट्रोक्स प्राइवेट के प्रबंध निदेशक  प्रदीप मोहंती, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार विजेता पद्मश्री सुश्री रानी रामपाल, शैले होटल्स के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ  संजय सेठी, और इंडियानापोलिस विश्वविद्यालय (यूएसए) की अध्यक्ष डॉ. तनुजा सिंह शामिल थे। इसके अतिरिक्त माता-पिता, शिक्षकगण और बड़ी संख्या में विद्यार्थी समारोह का हिस्सा बने।

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