एक राष्ट्र एक चुनाव के अंतर्गत जनप्रतिनिधि सम्मेलन

गुरसराएं मई 2025। भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय महामंत्री रामकिशोर साहू ने गुरसराएं के विवाह वाटिका में आयोजित ‘‘एक राष्ट्र-एक चुनाव‘‘ जनप्रतिनिधि कार्यक्रम में कहा कि एक ‘‘एक राष्ट्र-एक चुनाव‘‘ के संकल्प को जन-जन का आन्दोलन बनाएं। ‘‘एक राष्ट्र-एक चुनाव‘‘ भाजपा का नहीं बल्कि देश का एजेंडा है। देश की आर्थिक उन्नति और राजनैतिक स्थिरता का संकल्प है।
श्री रामकिशोर साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में वैभवशाली भारत, गौरवशाली भारत, संपन्न भारत, समृद्धभारत और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। लेकिन विकसित भारत के निर्माण में बार-बार होने वाले चुनाव सबसे बड़ी बाधा है। बार-बार होने वाले चुनाव के कारण देश कडे़ और बडे़ निर्णय नहीं ले पाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार 2024 लोकसभा चुनाव पर लगभग 1 लाख 24 हजार करोड़ रूपये का खर्च हुआ और इस खर्च में राजनैतिक दलों तथा प्रत्याशियों का खर्च शामिल नहीं है। ‘‘एक राष्ट्र-एक चुनाव‘‘ से देश का धन भी बचेगा और देश में राजनैतिक स्थितिरता भी आएगी, जिससे भारत विकसित राष्ट्र बनेगा। उन्होंने कहा कि यह विषय जनता के दरबार में पहुंचकर जनमत तैयार कर रहा है।
श्री रामकिशोर साहू ने कहा कि बार-बार होने वाले चुनावों में बार आचारसंहिता लगती है और आचारसंहिता लगने से विकास कार्य प्रभावित होते है। शिक्षक, आंगनवाडी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता अन्य सरकारी कर्मचारी अपना विभागीय काम छोड़कर वोटर लिस्ट बनाने तथा मतदान कराने में लगा दिये जाते हैं। सरकारी अधिकारियों की ड्यूटी चुनाव में लगती है और विभाग का काम पूरी तरह से ठप हो जाता है। पुलिस और अर्धसैनिक बल शान्ति स्थापित करने तथा कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ करने की बजाय चुनाव कराते रहते हैं। उन्होंने कहा कि जब आजादी के बाद 1967 तक देश में लोकसभा तथा विधानसभा के चुनाव एक साथ हो सकते हैं तो आज विपक्ष के द्वारा ‘‘एक राष्ट्र-एक चुनाव‘‘ का विरोध समझ से परे है।
श्री रामकिशोर साहू ने कहा कि देश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव एक साथ हों और नगरनिकाय व पंचायत चुनाव एक साथ हों तो देश के संसाधन भी बचेगें और श्रमशक्ति भी बचेगी, जो राष्ट्र नव निर्माण के काम में आएगी। आज समय आ गया है कि देश का जनमानस विचार करे और 5 साल में एक बार चुनाव हो, जनता लोकतंत्र का महोत्सव मनाये। एक ही वोटर लिस्ट बनायी जाय, लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बाद उसी लिस्ट से नगर निकाय और पंचायत के चुनाव संपन्न हों।
उन्होंने आगे कहा कि ‘‘एक राष्ट्र-एक चुनाव‘‘ के विषय के साथ गांव, शहर, गली, मोहल्ले, पगडंडियों, चाय की दुकानों, कॉलेज परिसरों में चर्चा हो। युवा, महिला, किसान, मजदूर, विद्यार्थी, अधिवक्ता, चिकित्सक, उद्यमी, व्यापारी सहित सभी वर्ग इस विषय पर चर्चा करें व एक देश-एक चुनाव से स्वयं को जोडे़। यही उद्देश्य लेकर हमें जन-जन के बीच पहुंचना है और ‘‘एक राष्ट्र-एक चुनाव‘‘ से विकसित राष्ट्र के उद्देश्य की ओर बढ़ना है।
जिला अध्यक्ष प्रदीप पटेल ने प्रस्तावना रखते हुए कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है भारत की दशा और दिशा जनता तय करती है आप देख रहे हैं पिछले 10 सालों से हमारी सरकार जनता के लिए जो भी अच्छे के लिए निर्णय लिए जा सकते हैं वो ले रही है मोदी जी का विचार है कि कोई भी मैं अगर जनता के लिए अच्छा है चाहे वह कितना भी कठोर हो लिया जाना चाहिए , वन नेशन वन इलेक्शन का विचार इसलिए रखा ताकि देश का समय और पैसा दोनों बच सके ,आप को पता होना चाहिए कि हर साल चुनाव होते हैं जिससे जनता तो परेशान होती ही है जबकि पूरा प्रशाशन इसमें लगा रहता है जिससे पूरे देश का विकास रुक जाता है।
अध्यक्षता सतीश चंद्र चौरसिया व्यापारी नेता ने की ,व क्षेत्रीय विधायक जवाहर राजपूत ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव देश में राजनीतिक स्थिरता के लिए जरूरी है,इससे आर्थिक और समय बचत होगी,जब बार बार आचार संहिता के कारण कई काम रुक जाते है इसके लागू होने से बाधित नहीं होगे और विकास सुचारू रूप से चलेगा।
कार्यक्रम का संचालन जिला मीडिया प्रभावी सहजनसिंह बहेल ने
मुख्य रूप से रवि जैन, सतीश चंद्र अग्रवाल, रामनारायण पश्तो ,प्रसिद्ध नारायण यादव,शिक्षक नेता रासकेंद्र गौतम,अवधेश सिंह फौजी महेंद्र सिंह फौजी गुलाब चंद्र जैन ज्ञानेंद्र नायक,जिला महामंत्री बद्री त्रिपाठी जिला मंत्री चंद्रजीत सिंह सत्येंद्र खरे आशीष खरे पुष्पेंद्र दुबे गुड्डू पाठक कृष्ण चंद तिवारी, नहील सिंघाई शत्रुघ्न सिंह परिहार कपिल मुदगिल,प्रवेश शर्मा ,रुचि खरे उपस्थित रहे।
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